प्रशिक्षण पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन नए विचारों और तकनीकी प्रशिक्षण पर चर्चा संपन्न हुई
क्वांटम विश्वविद्यालय में चौथे औद्योगिक क्रांति: प्रोद्योगिकी और प्रशिक्षण पर अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन नए विचारों और तकनीकी प्रशिक्षण पर चर्चा संपन्न हुई। दो दिवसीय यह अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी कुल 8 सत्रों में सुबह 10:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक संचालित हुई। आईईईई और क्वांटम विश्वविद्यालय के तत्वाधान में आयोजित इस अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन के प्रथम सत्र में डॉ. सुदेशना चक्रवर्ती और डॉ. ममता रानी मुख्य वक्ता रही। साथ ही इस सत्र की अध्यक्षता डॉ. अशोक सिंह और डॉ. इक़बाल एक. सरकार ने की। इस संगोष्ठी के द्वितीय सत्र की अध्यक्षता डॉ. नागेंद्र स्वर्णकार ने की। तृतीय सत्र की अध्यक्षता कर रहे डॉ. टीएन अनह ट्रान और डॉ. हिमांशु मोंगा ने तकनीकी और आद्योगिक प्रगति पर अपनी बात रखी।
इस अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन सत्र में संगोष्ठी के मुख्य अतिथि डॉ. ओंकार सिंह (यूटीयू गेस्ट ऑफ ऑनर्स), डॉ. अमिता रावल (निदेशक यूएसईआरसी) भी शामिल रहें। संगोष्ठी में विभिन्न विश्वविद्यालयों से आए शोधार्थियों ने 325 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए। दो दिवसीय इस अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी में आईईईई के 13 सदस्यों ने भाग लिया। यह संगोष्ठी में हर प्रकार के उद्यमों की शुरुआत करने और उनके स्मार्ट संचालन और नवीन अनुप्रयोगों पर विस्तृत चर्चा हुई। ICFIRTP’22 का उद्देश्य उद्योग 4.0 के प्रमुख क्षेत्रों में हाल की प्रगति में विशेषज्ञ अंतर्दृष्टि प्रदान करना है और एक संतुलित दृष्टिकोण है कि ये कैसे विनिर्माण, आईसीटी आदि को प्रभावित कर सकते हैं। शोध पत्र का मुख्य विषय साइबर सुरक्षा, संज्ञानात्मक कंप्यूटिंग, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, डिजिटल सर्किट, डिजाइन स्वचालन, कंप्यूटर और नियंत्रण प्रणाली और मशीन से मशीन आदि।