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हथियार बनाने व चलाने के वीडियो खूब देखता था गोरखनाथ मंदिर का हमलावर मुर्तजा

गोरखनाथ मंदिर के सुरक्षाकर्मियों पर हमले को लेकर आतंकी कनेक्शन के मामले में उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) ने अपनी जांच शुरू कर दी है. अब तक की जांच में यूपी एटीएस को हमलावर अहमद मुर्तजा अब्बासी से पूछताछ और उसके लैपटॉप से जो सुराग हाथ लगे हैं, उनसे साफ है कि हमलावर बेहद खतरनाक मंसूबों के साथ आतंक की राह पर चल पड़ा था.

एटीएस ने मंगलवार शाम मुर्तजा अहमद अब्बासी के घर से एक शख्स को हिरासत में लिया है. संदिग्ध की शिनाख्त पर हमलावर मुर्तजा के कमरे को खंगाला गया. एटीएस की टीम के साथ फॉरेंसिक की टीमों ने भी करीब एक घंटे तक कमरे की छानबीन की.

दरअसल, रविवार यानी 3 अप्रैल की शाम गोरखनाथ मंदिर के सुरक्षाकर्मियों पर धारदार हथियार से हमला करने के बाद अहमद मुर्तजा अब्बासी ने ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे लगाए थे. अब्बासी से एटीएस और एसटीएफ की टीमें लगातार पूछताछ कर रही हैं. शुरुआती पूछताछ में साफ हो गया था कि मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री लेने वाला अब्बासी जिहादी मानसिकता का हो गया था. उसके लैपटॉप को खंगालने के बाद पर जांच एजेंसियों को पता चला है कि वह बीते डेढ़ साल से जाकिर नाईक के वीडियो देख रहा था.

वीडियो देखने के लिए खरीदा महंगा लैपटॉप 

इसके साथ ही इस्लाम के कट्टरपंथ की सीख देने वाले मौलानाओं के वीडियो भी यूट्यूब से डाउनलोड कर देखता था. हाल ही में 1 लाख 94 हजार में खरीदे गए मैकबुक (MacBook) को लेकर भी अब्बासी ने यही जवाब दिया कि मोबाइल पर वीडियो और आवाज साफ नहीं आती थी, जिसके लिए उसने महंगा लैपटॉप खरीदा था. गिरफ्तार किए गए अहमद मुर्तजा अब्बासी के पास से नेपाल की मुद्रा भी मिली है. यूपी एटीएस अब हमलावार के नेपाल कनेक्शन पर भी निगाह गड़ाए हैं. महाराजगंज से उसके 2 मददगार हिरासत में लिए जा चुके हैं.

बैग में छिपा रखे थे 2 हथियार 

यूपी एटीएस को अहमद मुर्तजा अब्बासी के पास से कई बैंक के एटीएम भी मिले हैं, जिनके लेनदेन को यूपी एटीएस खंगाल रही है. अब तक की पूछताछ में यह साफ हो चुका है कि मुर्तजा अब्बासी बेहद खतरनाक मंसूबों के साथ गोरखनाथ मंदिर के गेट पर पहुंचा था. एटीएस को आशंका है कि वह अचानक गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों पर धारदार हथियार से हमलाकर उनके हथियार छीनने की प्लानिंग में था, इसीलिए उसने हाथ में एक धारदार हथियार के साथ 2 हथियार बैग में छिपा रखे थे, जिनको यूपी एटीएस ने बरामद किया है.

राइफल छीनने की थी प्लानिंग

पूछताछ में पता चला है कि मुर्तजा अब्बासी की प्लानिंग थी कि पीएसी के जवान अनिल पासवान को घायल करने के बाद उसकी एसएलआर राइफल छीन ली जाए. यही वजह थी जवान अनिल पासवान को घायल होने के बाद उसके राइफल उठाने गए दूसरे सिपाही पर भी मुर्तजा अब्बासी ने पीछे से हमला बोल उसे घायल कर दिया था.

फिदायीन हमलावर बन चुका अब्बासी!

अब्बासी के बैग से उर्दू भाषा में लिखी किताब भी बरामद हुई है. बैग में उर्दू की किताब, लैपटॉप में आतंक का ककहरा सिखाने वाले तमाम वीडियो और हाथ में धारदार हथियार से लेकर पहुंचा मुर्तजा बाकी गेट के अंदर ही ‘अल्लाह हू अकबर’ के नारे लगा रहा था. आशंका जताई जा रही है कि अहमद मुर्तजा अब्बासी फिदायीन हो चुका था.

मिन्हाज और मुर्तजा का हैंडलर एक ही तो नहीं?

यूपी एटीएस की टीम अहमद मुर्तजा अब्बासी के नेपाल कनेक्शन के साथ-साथ गजवत-उल-हिंद के कनेक्शन पर भी काम कर रही है. वजह साफ है कि बीते साल लखनऊ में पकड़ा गया मिन्हाज भी अहमद मुर्तुजा अब्बासी की तरह अकेले ही फिदायीन हमले की तैयारी कर रहा था, और उसका हैंडलर पाकिस्तान में बैठकर उसे हमले का सीख दे रहा रहा था. यूपी एटीएस को आशंका है कि कहीं मिन्हाज और मुर्तजा अब्बासी का एक ही हैंडलर तो नहीं, या फिर दोनों एक ही मॉड्यूल के लिए तो नहीं काम कर रहे थे? फिलहाल यूपी एटीएस की टीम हर पहलू की जांच करने में जुटी है.

लैपटॉप और मोबाइल की जांच

यूपी गृह विभाग के एसीएस अवनीश अवस्थी ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को इस मामले की समीक्षा की थी और फिर खुद मौके पर भी गए थे. हमारी आउटर रिंग ने ही इस हमले को रोक दिया. इस हमले में मिली जानकारी के बाद यह मुकदमा एटीएस को ट्रांसफर हो गया है, जिसमें एसटीएफ भी मदद कर रही है. हमलावर के लैपटॉप और मोबाइल की जांच पड़ताल चल रही. जहां-जहां जरूरत पड़ेगी, एटीएस की टीम वहां वहां जाएगी. अभी तक कई जगह जा भी चुकी है. वहीं, हर जगह धार्मिक स्थल पर सिक्योरिटी को बढ़ाया जा रहा है.

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