ऊधम सिंह नगर: देवभूमि उत्तराखंड में एक साइको किलर पुलिस के हत्थे चढ़ा है. आरोपी ने अपनी पत्नी और एक नवजात बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी. उसके बाद उसने अपने दूसरे बच्चे (बेटे) को बेच दिया. इतने से भी जब उस हैवान का दिल नहीं भरा, तो फिर उसने अपनी नाबालिग साली को हवस का शिकार बनाया और उसे उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड ले आया. आरोपी के एक रिश्तेदार की तहरीर पर पुलिस ने जांच शुरू की और जो सच सामने आया, उसे सुनकर सबके होश उड़ गए. पुलिस ने साइको किलर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. मामले की जांच की जा रही है.
दिल दहला देने वाली यह घटना ऊधम सिंह नगर जिले के किच्छा की है.आरोपी का नाम संतोष कुमार है. तीन महीने पहले उसने अपनी पत्नी की हत्या कर शव को घर के पास नाले में दफना दिया था. उसने अपने पहले नवजात बच्चे की बेरहमी से हत्या कर दी थी. दूसरे बेटे को उसने चंद पैसों के लिए बेच दिया. वहीं उसका तीसरा बच्चा सुरक्षित है. पत्नी की हत्या के बाद आरोपी अपने ससुराल उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले पहुंच गया. ससुराल पहुंचकर उसने अपनी नाबालिग साली को डरा-धमकाकर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए और फिर उसे भी जबरदस्ती उत्तराखंड ले आया.
पुलिस ने बरामद किया पत्नी का शव
संतोष के एक रिश्तेदार ने पुलिस से शिकायत की थी कि उसने अपनी पत्नी को गायब कर दिया है. जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और जांच शुरू की. पुलिस नेसंतोष को आनंदपुर तिराहे से गिरफ्तार कर लिया. घटना का खुलासा करते हुए ऊधम सिंह नगर जिले के एसएसपी डॉ मंजूनाथ टीसी ने बताया कि पुलिस ने जब सख्ती से पूछताछ की, तो संतोष ने हत्या के साथ-साथ अपने एक बच्चे को बेचने का जुर्म भी स्वीकार कर लिया. उन्होंने बताया कि संतोष की बताई जगह पर खुदाई करने पर एक कट्टे में बंद उसकी पत्नी का शव बरामद हुआ है और हत्या के इस्तेमाल उपकरण भी बरामद कर लिए गए हैं. शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.
पहली पत्नी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
एसएसपी ने बताया कि साइको किलर संतोष की पहली शादी बिलासपुर के रुद्रबिलास चीनी की रहने वाली रम्भा देवी से हुई थी. रम्भा की आग से जलकर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. इसकी भी जांच की जाएगी. वहीं आरोपी मारपीट और रेप के आरोप में पूर्व में जेल भी जा चुका है. दो महीने जेल में रहने के बाद वह जमानत पर बाहर आया था.उन्होंने कहा कि संतोष पर पूर्व में दर्ज सभी मुकदमों के स्टेटस की जांच के बाद एक कमेटी का गठन किया जाएगा, जिसका उद्देश्य आरोपी के मुकदमे की मॉनिटरिंग करना होगा ताकि हम इसको फांसी की सजा दिलवा सकें.