वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में भगदड़ से मां का हाथ छूटा, फिर अस्पताल में शव मिला
नोएडा। वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में शुक्रवार रात मंगला आरती के दौरान मची भगदड़ में नोएडा की महिला की मौत हो गई। वह जन्माष्टमी मनाने के लिए पहली बार बेटे और बहू के साथ वृंदावन गई थीं। महिला के बेटे ने बताया कि भगदड़ में मां का हाथ छूटा तो फिर चार घंटे बाद उनका शव अस्पताल में ही मिला। शनिवार सुबह 6.30 बजे 48 वर्षीय निर्मला देवी का शव नोएडा लाया गया और अंतिम संस्कार रविवार को किया जाएगा।
निर्मला देवी परिवार के साथ सेक्टर 99 स्थित ग्रीन व्यू अपार्टमेंट में रहती थीं। उनके साथ गए 31 साल के बेटे अमन ने बताया कि वे मां और पत्नी सृष्टि के साथ शुक्रवार रात आठ बजे कार से वृंदावन गए थे। रात 12 बजे मंदिर के पास पहुंच गए। रात 1.55 बजे मंगला आरती के दौरान अचानक भगदड़ मच गई। उन्होंने अपनी मां का हाथ थाम रखा था, लेकिन भगदड़ इस कदर मची कि उनका हाथ छूट गया। इस दौरान पत्नी भी फर्श पर गिर गई।
लोग कुचलते हुए भाग रहे थे
उन्होंने बताया कि कोई रेलिंग पर चढ़ गया था तो कोई कोने में दबा हुआ था। बहुत ही भयानक मंजर था। लोग एक दूसरे को कुचलते हुए भाग रहे थे। वह भीड़ के धक्के में बाहर निकले, लेकिन उनकी मां नहीं दिखी। पत्नी से वह फोन पर संपर्क में थे। पुलिस से उन्होंने मां के बारे में पूछा लेकिन कोई जानकारी नहीं मिली। सृष्टि ने बताया कि एक व्यक्ति ने धक्के से बचने के लिए उनकी गर्दन पकड़ ली। इसके कारण उनका दम घुट रहा था। जैसे-तैसे उन्होंने अपनी गर्दन छुड़ाई।
लापरवाही से हादसा हुआ
अमन ने बताया कि मंदिर में अव्यवस्था का माहौल था। भीड़ के बावजूद पुलिस-प्रशासन ने कोई व्यवस्था नहीं की थी। पुलिस यदि सक्रिय होती तो यह हादसा ना होता। उन्होंने कहा कि पुरुष और महिलाओं की लाइन अलग नहीं थी। उन्होंने कहा कि उन्हें जानकारी मिली कि वीआईपी आगमन के कारण दो गेट बंद कर दिए गए हैं। बाकी दो गेट से लोगों को प्रवेश दिया जा रहा था। मंदिर के बाहर 45 मिनट तक मां के इंतजार में खड़े रहे, लेकिन निराशा हाथ लगी। वह मां को लाने के लिए भीतर जाना चाहते थे लेकिन पुलिस ने नहीं जाने दिया। पुलिस यह तक नहीं बता रही थी कि घायलों को किस अस्पताल में ले गए हैं।
हलवाई ने हुलिए से पहचाना
करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद एक हलवाई को बताए गए हुलिए से उन्हें पता लगा कि दो महिलाओं को सरकारी अस्पताल ले गए हैं। कार करीब एक किलोमीटर दूर पार्किंग में खड़ी थी। छह बजे अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने बताया कि उनकी मां की मृत्यु हो गई है। सरकारी एंबुलेंस से वह शनिवार सुबह 6.30 बजे उनके शव को नोएडा लेकर आए हैं। अमन ने बताया कि 27 साल का छोटा भाई राहुल लद्दाख गया है, उसके रविवार को आने पर अंतिम संस्कार होगा।
13 जुलाई को था जन्मदिन
अमन ने बताया कि मां का जन्मदिन 13 जुलाई को था, जिसे पूरे परिवार के साथ मिलकर मनाया था। गुरुग्राम स्थित एक कंपनी में मेकैनिकल इंजीनियर के पद पर तैनात अमन ने बताया कि तीन साल पहले ही परिवार ने ग्रीन व्यू अपार्टमेंट में फ्लैट लिया है। इससे पहले दिल्ली के संगम विहार में रहते थे। पिता जय प्रकाश एक कंपनी में इलेक्ट्रीशियन हैं। उन्होंने कहा कि मां ने पूरे परिवार को संभाल रखा था। उन्होंने कहा कि मामले की जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए।