लाइफस्टाइलस्वास्थ्य

Fiber की कमी बढ़ाता है ब्रेस्ट कैंसर- हार्ट अटैक का खतरा, बिना देरी डायट में शामिल करें ये फूड

दिल्ली। आधुनिक समय में सेहतमंद रहने के लिए संतुलित आहार और रोजाना एक्सरसाइज जरूरी है। संतुलित आहार में सभी आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं। इनमें किसी आवश्यक पोषक तत्व की कमी से सेहत पर बुरा असर पड़ता है। खासकर, फाइबर की कमी से कैंसर जैसी बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। इसके लिए डॉक्टर हमेशा संतुलित आहार लेने की सलाह देते हैं। वहीं, डाइट में फाइबर युक्त चीजों को शामिल करने से सेहत पर अनुकूल प्रभाव पड़ता है। इसके सेवन से मोटापे में बहुत जल्द आराम मिलता है। साथ ही शुगर भी कंट्रोल में रहता है। अगर आप भी शरीर में फाइबर की कमी महसूस करते हैं, तो डाइट में इन चीजों को जरूर शामिल करें। इन चीजों के नियमित रूप से सेवन करने से कैंसर का खतरा कम हो जाता है। आइए जानते हैं-

पपीता खाएं

पपीता सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इसके सेवन से पेट संबंधी विकारों में बहुत जल्द आराम मिलता है। साथ ही कई अन्य बीमारियों में पपीता लाभदायक होता है। इसमें फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके नियमित सेवन से मोटापे से निजात मिलता है। आप फाइबर को कमी को दूर करने के लिए रोजाना पपीते का सेवन जरूर करें। अधिक फायदे के लिए रोजाना सुबह में खाली पेट पपीते का सेवन करें।

ब्राउन राइस खाएं

हेल्थ एक्सपर्ट हमेशा बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए ब्राउन राइस खाने की सलाह देते हैं। इसमें फाइबर की अधिकता होती है। इसके सेवन से क्रेविंग और शरीर में फाइबर की कमी भी दूर होती है। इसके लिए अपनी डाइट में ब्राउन राइस को शामिल कर सकते हैं।

ओट्स खाएं

ओट्स खाने से शरीर में मौजूद एक्स्ट्रा फैट बर्न होता है। इसके सेवन से मोटापे में आराम मिलता है। वहीं, नियमित रूप से ओट्स के सेवन से शरीर में फाइबर की कमी भी दूर होती है। इसमें फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।

चुकंदर खाएं

चुकंदर के सेवन से एनीमिया और डायबिटीज़ में आराम मिलता है। इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल भी कंट्रोल में रहता है। इसमें फाइबर, फोलेट, आयरन, कॉपर, मैंगनीज और प्रोटीन के गुण पाए जाते हैं, जो विभिन्न प्रकार की बीमारियों में फायदेमंद होते हैं। इसके लिए डाइट में चुकंदर को जरूर शामिल करें।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button