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‘हिंदू मंदिर है ताजमहल…’, कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास चीफ कोर्ट में जल्द दायर करेंगे याचिका

मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि आगरा में शाही जामा मस्जिद के बाद अब श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के पदाधिकारी ताजमहल को लेकर केस दर्ज कराएंगे। इस बात का ऐलान खुद शरी कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने किया है। आगरा आए श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि ताजमहल हिंदू मंदिर है। वह जल्दी ही ताजमहल को लेकर भी न्यायालय में केस दायर करेंगे।

दरअसल , श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के पदाधिकारी आगरा आये। योगी यूथ ब्रिगेड के सदस्यों के साथ फतेहाबाद रोड स्थित होटल में बैठक की। बैठक की शुरुआत अयोध्या हुई हमारी है, अब मथुरा की बारी है नारे के साथ की गई । बैठक में योगी यूथ ब्रिगेड के सदस्यों को श्री कृष्ण जन्मभूमि और ताजमहल से जुड़ी ऐतिहासिक जानकारियां प्रदान की।

मुगल आक्रांताओं ने देश में साढे चार लाख मंदिरों को तोड़ा

लगाई गई प्रदर्शनी के माध्यम से श्रीमद्भागवत गीता के साथ अलग-अलग लेखको की उन पुस्तकों का प्रदर्शन किया गया, जिन पुस्तकों में यह बात लिखी हुई है कि श्री कृष्ण जन्म भूमि का विध्वंस कैसे हुआ ? कैसे श्री कृष्ण जन्मभूमि में रखें केशव देव के विग्रह उठाकर आगरा लाये गए। उन्हें शाही जामा मस्जिद की सीढ़ियों में दबा दिया गया। अधिवक्ता महेंद्र प्रताप ने कहा कि दोनों मुकदमे न्यायालय में विचाराधीन है। हम लोग जगह-जगह घूम कर लोगों को जागरुक कर रहे हैं। उन्हें यह बता रहे हैं कि किस तरह मुगल आक्रांताओं ने देश में साढे चार लाख मंदिरों को तोड़ा। उनकी जगह मस्जिदों का निर्माण किया। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी मंदिरों की सूची तैयार कर ली गई है। जिन्हें तोड़कर उनके स्थान पर मस्जिद बनाई गई है।

सभी साक्ष्य न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किये जाएंगे

श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही जामा मस्जिद का फैसला आने के बाद इन मंदिरों से जुड़े वाद भी न्यायालय में दाखिल किए जाएंगे। मंदिर की जमीन और मंदिरों का स्वरूप वापस पाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ी जाएगी। अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि शाही जामा मस्जिद मामले में अभी तक मुस्लिम पक्षकारों ने न्यायालय के समक्ष अपना पक्ष प्रस्तुत नहीं किया है। शाही जामा मस्जिद मामले पर अगली सुनवाई 24 सितंबर को आगरा न्यायालय में होनी है। न्यास ने अपने वाद से जुड़े साक्ष्य एकत्रित कर लिए हैं। अगली तारीख पर सभी साक्ष्य न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किये जाएंगे।

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