ठंड में Room Heater इस्तेमाल करने से पहले जानें ये बात, वरना सावधानी हटी और दुर्घटना घटी
नई दिल्ली। इस बार उत्तर भारत में ठंड पिछले कुछ सालों के मुकाबले कड़ाके की पड़ी है। सर्द हवाओं ने सभी को घर पर रज़ाई के अंदर बैठने पर मजबूर कर दिया है। ऐसे में कई लोग घर के अंदर इंफ्रारेड हीटिंग का भी इस्तेमाल करते हैं। वैसे हम में से ज़्यादातर लोग जाने अनजाने में दिन में न जाने कितनी बार इंफ्रारेड तकनीक का प्रयोग कर लेते हैं। जी हां, टीवी रिमोट कंट्रोल इंफ्रारेड लाइट्स का प्रयोग होकर ही चैनल बदलता है। टोस्टर भी हीट को इंफ्रारेड रेडिएशन के माध्यम से ही ट्रांसफर करता है। लैंप्स में भी ऐसे बल्ब होते हैं जो लगभग 95% इलेक्ट्रिकल एनर्जी को इंफ्रारेड लाइट से ही एमिट करते हैं। इंफ्रारेड लैंप बाथरूम गर्म करने के लिए, खाना गर्म रखने के लिए और छोटे-छोटे पालतू पशुओं को गर्म रखने के लिए भी प्रयोग किए जाते हैं। इनसे विज़िबल और इंफ्रारेड लाइट दोनों ही एमिट होती हैं।
क्या इंफ्रारेड पहुंचा सकती है आंखों को नुकसान
शार्प साईट आई हॉस्पिटल्स में सीनियर कंसल्टेंट, डॉ. शांतनु मुखर्जी का कहना है कि इंफ्रारेड, विज़िबल और अल्ट्रावॉयलेट सभी तरह की इलेक्ट्रो मैग्नेटिक रेडिएशन आंखों में नुकसान पहुंचा सकती हैं। हालांकि, ऐसा होना आम नहीं है। इंफ्रारेड लाइट आंखों को तब ही नुकसान पहुंचाती है जब वह काफी ज़्यादा इंटेंस होती है। इंफ्रारेड लाइट को हम देख भी नहीं सकते हैं इसलिए सावधानी बरतनी काफी आवश्यक हो जाती है। इसका मतलब है कि इंफ्रारेड लाइट से संपर्क होने पर आपकी आंखें खुद से कोई सावधानी नहीं बरत पाएंगी जैसे लाइट पड़ने पर पलकें झपकने लगती हैं, लेकिन इंफ्रारेड लाइट आपकी आंखों पर पड़ेंगी तब ऐसा नहीं होगा ।
इंफ्रारेड हीटर एक ऐसे प्रकार की रेडिएशन इमिट करते हैं जो एक्स-रे मशीन और जर्मिसाइडल लाइट बल्ब से काफी अलग होती हैं। आईआर रेडिएशन के कुछ गुण विज़िबल लाइट से समानांतर होते हैं। हालांकि आप की आंखें आईआरआर को देख नहीं सकती हैं। आईआर हीटर उस कमरे में रह कर भी उस जगह को गर्म नहीं कर पाते हैं।
आईआरआर कमरे से पास होती है। इसका मतलब यह है कि कमरे में मौजूद हवा को तो गर्म नहीं करेगी, लेकिन अन्य मैटेरियल जैसे फर्नीचर, हमारे शरीर को भी गर्म कर सकती है। इसलिए इस गर्मी के कारण ही स्किन पर ख़तरनाक जलने के निशान हो सकते हैं। आपकी आंखें आईआरआर अब्जॉर्ब करेंगी तो इस ओवर हीटिंग के कारण आंखों को काफी नुकसान पहुंच सकता है और इसके कारण अंधेपन जैसी समस्याएं भी देखने को मिल सकती हैं। इस वजह के कारण आप को काफी लंबे समय तक हीटर्स आदि की तरफ नहीं देखते रहना चाहिए।
आंखों को कैसे पहुंचता है नुकसान
शार्प साईट आई हॉस्पिटल्स में सीनियर कंसल्टेंट, डॉ. सौम्या शर्मा का कहना है कि सर्दियों के के दौरान रज़ाई में घुस कर कमरे में हीटर चला कर बैठने से आरामदायक कुछ नहीं होता, लेकिन डॉक्टरों के मुताबिक पूरी रात हीटर चला कर रखने से न तो आपको रात में अच्छी नींद आएगी, आपकी स्किन भी ड्राई होगी और एलर्जी होने के साथ-साथ आपकी आंखों को भी नुकसान पहुंच सकता है। यह आपकी आंखों को इरिटेट कर सकता है। जब आप इलेक्ट्रिक हीटर ऑन करते हैं तो उसमें से निकलने वाली गर्म हवा आपके आस पास की नमी को कम करती जाती है।
यह ड्राई और गर्म हवा जोकि हीटर्स से निकलती है, आपकी आंखों को इरिटेट कर सकती है खासकर जब आपने कॉन्टेक्ट लेंस पहने हों। हवा में नमी की कमी होने के कारण आंखों के टियर्स वाष्पीकृत हो जाते हैं जिस वजह से आंखों में पर्याप्त नमी की कमी हो जाती है।