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लिवर की सूजन को कम करने में सहायक हैं ये 3 आसान घरेलू उपाय, दर्द से मिलेगी राहत

नई दिल्ली: लिवर का काम हमारे शरीर में खाने को पचाने से लेकर पित बनाने तक है। तो लिवर में सूजन का सीधा हमारे पाचन तंत्र पर पड़ता है। जिसकी वजह से शरीर कमजोर होता जाता है और कई बीमारियों से घिर जाता है। लिवर की कोशिकाओं में बहुत ज्यादा फैट जमने से फैटी लिवर की समस्या हो जाती है जिसे लिवर की सूजन भी कहते हैं। ये दो वजह से हो सकता है एल्कोहॉलिक या फिर नॉन एल्कोहॉलिक।

लिवर में सूजन के कारण

लिवर के खराब होने के लिए अक्सर शराब को जिम्मेदार माना जाता है। लेकिन इसके अलावा कई बार गलत खान-पान की आदतों, गलत दवाओं या फिर विटामिन सप्लीमेंट या प्रिस्क्रिप्शन दवाओं की ज्यादा खुराक लेने से भी लिवर पर असर पड़ता है। ‘एसिटामिनोफेन’, ‘एसिटाम’ और टाइलेनॉल जैसी दर्द निवारक दवाएं भी लिवर प्रॉब्लम की बड़ी वजह है। इसके अलावा वायरल या बैक्टीरियल रोग भी लिवर को खराब कर देते हैं। हेपेटाइटिस ए, बी और सी लिवर डिजीज का एक बड़ा कारण है।

लिवर में सूजन की बीमारी का मुख्य कारण गलत तरीके से और समय पर न खाना भी है। भोजन को बिना अच्छी तरह चबाएं निगलने, ज्यादा मात्रा में फास्ट फूड खाने, तेल, मिर्च, मसाला व चटपटी चीजों को खाने से लिवर पर असर पड़ता है। रात में भोजन करने, देर तक जगकर काम करने से भी लिवर में सूजन आ सकती है।

जीवनशैली में बदलाव- एक फैटी लिवर का उपचार इस बात निर्भर करता है कि लिवर बढ़ने के क्या कारण हैं। उसके लिए कई तरह की शारीरिक जांच की जाती है। मसलन सिटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड या फिर एमआरआई। कारणों का पता लगाने के लिए कई बार खून की जांच या फिर यकृत बायोप्सी का सहारा भी लिया जाता है।

अगर आपके फैटी लिवर का कारण जीवनशैली है तो ऐसे में वजन घटाना, शराब न पीना, सेहतमंद भोजन, व्यायाम और शारीरिक गतिविधियों बढ़ाकर फैटी लिवर को कम किया जा सकता है।

इसके लिए फलों, सब्जियों और साबुत अनाज से भरपूर आहार खाएं। शराब कम मात्रा में पिएं।

दवाएं, विटामिन या सप्लीमेंट लेते समय निर्देशों का पालन करें। एयरोसोल क्लीनर, कीटनाशकों और अन्य जहरीले रसायनों का प्रयोग केवल हवादार क्षेत्रों में करें।

घरेलू उपचार- इसके अलावा लिवर की सूजन को कम करने के लिए रोज़ ग्रीन टी पीएं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट इस समस्या को दूर करने में मदद करते हैं। लिवर की सूजन कम करने के लिए सुबह खाली पेट जीरा भी खाया जा सकता है। औमेगा-3 से भरपूर अखरोट लिवर की समस्या कम करने में सहायक होते हैं।

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