कानपुर की लुटेरी दुल्हन, इनकम टैक्स अधिकारी बन सिपाही से की शादी; फिर शुरू किया वसूली का खेल
कानपुर। लुटेरी दुल्हन ने फेसबुक पर खुद को इनकम टैक्स में एसआई बताकर महिला ने सिपाही को प्रेमजाल में फंसाया, फिर शादी कर ली। शादी में स्कॉर्पियो कार देने का झांसा देकर 6.21 लाख रुपये सिपाही से ठग लिए। सिपाही को धोखाधड़ी की जानकारी दो साल बाद तब हुई, जब उसने अपने घर में एक अन्य युवक को देखा और जांच पड़ताल शुरू की।
सामने आया कि जिस शिवांगी सिसोदिया नाम की महिला से शादी की थी, वह पहले से शादीशुदा और दो बच्चों की मां है। उसका असली नाम सविता देवी है और मूलत: झांसी के नूनार गांव की रहने वाली है। वह कई अन्य लोगों से शादी करके लाखों रुपये ठग चुकी है। शिकायत मिलने पर नजीराबाद पुलिस ने रविवार को उसे गिरफ्तार कर लिया।
आयकर विभाग में तैनाती का झांसा
कमिश्नरेट के फजलगंज थाने में तैनात सिपाही जितेंद्र गौतम मूलरूप से झांसी के पूंछ गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि फेसबुक पर उनकी जान पहचान शिवांगी सिसौदिया नाम की युवती से हुई। उसने खुद को बलिया निवासी और चंडीगढ़ में आयकर विभाग में तैनात बताया।
कुछ दिनों बाद ही शिवांगी ने शादी का प्रस्ताव रखा। बात तय हुई कि शादी में दोनों आधा-आधा पैसा खर्च करेंगे। शिवांगी ने शादी में स्कार्पियो कार देने का झांसा दिया। जितेंद्र के अनुसार, उन्होंने अपने हिस्से के 6.21 लाख रुपये शिवांगी को दे दिए।
सगाई में नहीं मिली कार, बताया बहाना
सगाई में कार नहीं आई तो शिवांगी ने बताया कि बुकिंग ज्यादा होने से गाड़ी नहीं मिली। 10 फरवरी 2021 को शादी के बाद भी कार नहीं मिली। इस बीच, 12 सितंबर 2023 को रंजीत नगर के एकता अपार्टमेंट स्थित आवास पर रात दो बजे वह पहुंचे तो वहां पत्नी लोहारी के रहने वाले सोनू के साथ थी। तब शिवांगी उसको अपना भाई बताया था।
गिरोह बनाकर ठगी करता है परिवार
सिपाही जितेंद्र ने पड़ताल की तो पता चला कि शिवांगी सिसोदिया का असली नाम सविता देवी है, जो झांसी के नूनार गांव की रहने वाली है। शादी में वह किराए के लोगों को अपना भाई, मां, बुआ, फूफा, दादी और चाचा-चाची बनाकर लाई थी।
असली भाई सतीश व रानू हैं, जबकि पिता का नाम बिहारी है। सभी गिरोह बनाकर इसी तरह से ठगी करते हैं। शिवांगी का पूर्व में भी विवाह हो चुका है। उसकी शादी झांसी के दुर्गापुर निवासी बृजेंद्र से हुई थी, जिससे एक लड़का व एक लड़की है।