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योगी कैबिनेट के नाराज मंत्री को JP नड्डा ने दी नसीहत, कही ये बात

यूपी के जलशक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफे ने लखनऊ से लेकर दिल्ली तक सियासी पारे को बढ़ा दिया है। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और अमित शाह को अपना इस्तीफा भेजने के बाद खटीक बुधवार को दिल्ली पहुंचे। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा से उनके आवास मुलाकात की। नड्‌डा ने मंत्री खटीक की समस्याओं के हल का भरोसा दिया है। साथ ही नसीहत देते हुए कहा कि सरकार के मसले को सरकार और पार्टी फोरम में ही उठाएं।

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फिलहाल, मंत्री दिनेश खटीक, जितिन प्रसाद, ब्रजेश पाठक की नाराजगी देखते हुए सरकार और संगठन डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। आज शाम दिनेश खटीक की लखनऊ में CM योगी से मुलाकात हो सकती है।

खटीक की चिटि्ठयों की जांच शुरू
एक तरफ सरकार और संगठन के कई पदाधिकारियों ने खटीक से बात की, तो दूसरी तरफ स्वतंत्र देव सिंह ने जलशक्ति विभाग के अधिकारियों के साथ आपात बैठक की। विभाग को लिखे गए खटीक की चिटि्ठयों की जांच भी हुई।

काम आया दिनेश खटीक का दलित कार्ड!
दिनेश खटीक को मनाने की कवायद के पीछे भाजपा की एक मजबूरी है। मंत्री ने अपने इस्तीफे में बड़ी ही चलाकी से दलित कार्ड का इस्तेमाल किया है। पार्टी ने इसको बेहद गंभीरता से लिया है। यही वजह है कि डिप्टी CM केशव मौर्य के जरिए नौकरशाही को मंत्रियों और कार्यकर्ताओं को सम्मान करने की नसीहत दी गई। साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी और संगठन दलित समाज के उपेक्षा का आरोप झेलना नहीं चाहती।

जितिन को करनी पड़ी करप्शन के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की बात
PWD मंत्री जितिन प्रसाद की नाराजगी को पार्टी ने कोई खास तवज्जों नहीं दी है। बुधवार को दिल्ली में मौजूद जितिन की किसी बड़े नेता से मुलाकात नहीं हो पाई। सूत्रों की माने तो आलाकमान की तरफ से जितिन को तबादला में अनियमितता और जांच के बाद हुई कार्रवाई के समर्थन में बयान देने को कहा गया। जिसके बाद जितिन ने कहा,”सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी पर काम कर रही है।”

जितिन के जरिए बाकी नाराज मंत्रियों को संदेश
कहा तो ये भी जा रहा है कि जितिन के जरिए दिल्ली बाकी मंत्रियों को भी सख्त संदेश दिया है। अगर जितिन की सुनवाई होती तो बाकी मंत्री भी अपनी-अपनी बातों को रखने के लिए दिल्ली पहुंच जाते। फिर भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त तेवर की जो तस्वीर UP सरकार की बनी है, उस पर सवाल उठने लगते। साथ ही यह मैसेज देने की कोशिश भी है कि दिल्ली UP सरकार के काम-काज में कोई दखल नहीं देता।

पढ़िए दिनेश खटीक ने चिट्‌ठी में क्या लिखा था?

क्या मंजूर होगा दिनेश खटीक का इस्तीफा?
जलशक्ति राज्यमंत्री दिनेश खटीक अपना इस्तीफा केवल अमित शाह को नहीं भेजा है। खटीक ने मंगलवार को एक ओर अपना इस्तीफा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भेजा तो दूसरी ओर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मिलकर उन्हें भी एक प्रति दी। इस्तीफे के लिए लिखा गया पत्र बुधवार को दोपहर में वायरल हुआ।

इस इस्तीफे को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने मुख्यमंत्री के पास संस्तुति के लिए भेज दिया है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या CM योगी खटीक का इस्तीफा स्वीकार कर लेंगे। पार्टी सूत्रों की माने तो ऐसा नहीं होगा। CM खटीक की बात सुन अधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश दे सकते हैं।

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