पेटीएम का वॉलेट कारोबार खरीदेगी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज? अधिग्रहण की खबरों पर बता दी सच्चाई
क्या मुकेश अंबानी की नजर पेटीएम वॉलेट पर है? कुछ दिनों से ये सवाल लगातार उठ रहा है. इस खबर को और हवा तब मिली जब पेटीएम वॉलेट पर आरबीआई ने बैन जैसे एक्शंस ले लिए. अब इस खबर के फैलते ही मुकेश अंबानी की एनबीएफसी कंपनी जियो फाइनेंशियल के शेयर रॉकेट बन गए हैं. मुकेश अंबानी की इस कंपनी का शेयर 14 फीसदी से ज्यादा भाग गया है और रिकॉर्ड लेवल पर आ गया है. दूसरी ओर खबर ये भी है कि फिनटेक कंपनी देश के सबसे बड़े प्राइवेट लेंडर एचडीएफसी बैंक के साथ भी संपर्क में है.
रिपोर्ट के अनुसार वन 97 कम्युनिकेशंस अपनी वॉलेट बिजनेस को बेचने के लिए मुकेश अंबानी की जियो फाइनेंशियल और एचडीएफसी बैंक के साथ बातचीत कर रही है. मामले की जानकारी रखने वाले फिनटेक और बैंकिंग सेक्टर के सीनियर अधिकारियों का हवाला देते हुए, द हिंदू बिजनेस लाइन ने कहा कि एचडीएफसी बैंक और जियो फाइनेंशियल को पेटीएम के वॉलेट बिजनेस को खरीदने के लिए सबसे आगे माने जा रहे हैं, जो पेटीएम पेमेंट्स बैंक के अंतर्गत आता है.
कहा जा रहा है कि विजय शेखर शर्मा की टीम पिछले नवंबर से जियो फाइनेंशियल के साथ बातचीत कर रही थी. रिपोर्ट के मुताबिक आरबीआई के पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर बैन से ठीक पहले एचडीएफसी बैंक के साथ बातचीत शुरू हुई थी. रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि एक बड़ी बेलआउट योजना के हिस्से के रूप में, जियो पेटीएम पेमेंट्स बैंक का अधिग्रहण करने की पेशकश कर सकता है.
जियो फाइनेंशियल के शेयरों में 14 फीसदी की तेजी
बीएसई के आंकड़ों के अनुसार जियो फाइनेंशियल के शेयर रॉकेट बने हुए हैं. कंपनी का शेयर दोपहर 1 बजे 12 फीसदी की तेजी के साथ 283.25 रुपए पर कारोबार कर रहा है. जबकि कारोबारी सत्र के दौरान कंपनी का शेयर 14 फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया और कंपनी का शेयर 289.70 रुपए के साथ 52 हफ्तों के हाई पर आ गया. वैसे आज कंपनी का शेयर फ्लैट लेवल 256 रुपए पर ओपन हुआ था. शुक्रवार को कंपनी का शेयर 253.75 रुपए पर बंद हुआ था. मौजूदा समय में कंपनी का मार्केट कैप 1.83 लाख करोड़ रुपए के पार चला गया है.
पेटीएम का संकट
आरबीआई ने पेमेंट बैंक को कस्टमर्स अकाउंट्स में कोई भी डिपॉजिट या क्रेडिट स्वीकार करने से रोक लगाने के बाद से पेटीएम को संकट का सामना करना पड़ रहा है. कहा जा रहा है कि रेगुलेटर पेटीएम पर संभावित मनी लॉन्ड्रिंग और नो-योर-कस्टमर (केवाईसी) उल्लंघनों पर बैंकिंग लाइसेंस कैंसल करने पर भी विचार कर रहा है. सिक्योरिटी एजेंसियाें को इस बात का शक है कि इस यूनिट का यूज मनी लॉड्रिंग के लिए किया जा रहा है. हालांकि, पेटीएम ने उन रिपोर्टों का खंडन किया है कि मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में ईडी द्वारा न तो कंपनी और न ही इसके फाउंडर और सीईओ की जांच की जा रही है. RBI के आदेश के बाद केवल 3 दिनों में Paytm के शेयरों में 42 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है.
जियो फाइनेंशियल का क्या है गेमप्लान?
जियो फाइनेंशियल, जो पिछले साल रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) से अलग हो गया था, जियो पेमेंट्स बैंक का मालिक है, जिसने 2,400 बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट्स के ग्राउंड नेटवर्क के साथ डिजिटल सेविंग अकाउंट्स और बिल पेमेंट लॉन्च करने के लिए फिर से प्लेटफॉर्म तैयार किया है. इसने डेबिट कार्ड भी लॉन्च किया है. पेमेंट सॉल्यूशंस बिजनेस में, Jio ने Jio Voice बॉक्स लॉन्च किया है, Jio फोन से भी यूपीआई किया जा सकता है. पूरे इकोसिस्टम में क्यूआर कोड लागू कर रहा है. जेएफएसएल की सहायक कंपनियों में जियो फाइनेंस, जियो इंश्योरेंस ब्रोकिंग, जियो पेमेंट्स बैंक, जियो पेमेंट्स सॉल्यूशंस आदि कंपनी शामिल है.