लड़कियों का 60 हजार में करते थे सौदा, महिला समेत गैंग के 6 गिरफ्तार, बिहार तक जुड़े हैं तार
कानपुर पुलिस ने बड़ी सफलता अर्जित करते हुए एक अंतरराज्य गैंग का भंडाफोड़ किया है. इस गैंग के सदस्य रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर परिवार के रूप में घूमा करते थे और यहां मौजूद अकेली लड़कियों को अपना शिकार बनाते थे. कानपुर पुलिस का दावा है कि पकड़े गए गैंग के 6 सदस्यों ने कबूला है कि अब तक वह 6 से 7 वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. उनका मॉड्स ऑपरेंडी भोली भाली मासूम अकेली दिख रही लड़कियों को शिकार बनाना था.
रायपुरवा पुलिस और सर्विलांस टीम ने बीते साल नवंबर में एक लड़की की गुमशुदगी की शिकायत पर जब काम करना शुरू किया, तो पता चला कि भोली भाली लड़कियों को टारगेट करके उन्हें बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाकर उन्हें बेचने वाला गैंग सक्रिय रूप से काम कर रहा है. इसके बाद उनकी धरपकड़ की गई.
पुलिस ने किया मामला दर्ज
दरअसल पिछले साल नवंबर महीने में रायपुरवा थाना क्षेत्र की 14 वर्ष की किशोरी घर से नाराज होकर दूध लेने के बहाने चली गई थी. परिजनों ने पड़ोसी मोहल्ले के युवक पर लड़की को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने और प्रेम संबंधों का शक जाहिर किया था. इतना ही नहीं उन्होंने रायपुरवा थाने में मामला भी दर्ज कराया था. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की तो पूरा मामला ही दूसरा निकला. मामला कुछ ऐसा निकला जिस पर जल्द ही यकीन नहीं किया जा सकता था. लेकिन आरोपियों ने अपनी इस काली करतूत को स्वीकार कर लिया है. उन्होंने बताया है कि वो अब तक करीब आधा दर्जन युवतियों को बेच चुके हैं.
आरोपियों ने कुबूला जुर्म
पुलिस की माने तो आरोपियों ने बताया है कि वो लोग कुछ लड़कियों को बिहार और शाहजहांपुर से भी अगवा करके बेंच चुके हैं. आरोपियों ने यह भी स्वीकार किया है कि वह अपना असली धर्म छुपाकर लड़कियों को बहलाते थे. जब भी रेलवे स्टेशन बस स्टेशन बाजार या कहीं अन्य स्थान पर कोई लड़की परेशान हाल दिखती थी, तो गैंग के साथ में मौजूद महिला के सहारे वो लड़की से बात करते और उसे दिलासा देते थे. इसके बाद वो उसे किसी दूसरे के हाथों में 50 हजार में बेच देते थे.