
एक पीड़ित से WhatsApp ग्रुप के ज़रिए और दूसरे को Instagram पर संपर्क कर फंसाया गया
देहरादून। देहरादून में साइबर ठगों ने शेयर मार्केट में निवेश के नाम पर दो युवकों को करोड़ों के मुनाफे का लालच देकर करीब 14 लाख रुपये की ठगी का शिकार बना लिया। दोनों मामलों में एक महिला द्वारा सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से निवेश का झांसा देकर रकम ऐंठी गई। पुलिस ने संबंधित आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पहला मामला प्रेमनगर थाना क्षेत्र का है, जहां पौंधा निवासी विकास कुमार को एक फर्जी व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़कर 10.50 लाख रुपये की ठगी की गई। पीड़ित ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि 20 फरवरी को उन्हें ‘आस्क फाइनेंशियल इन्वेस्टमेंट लर्निंग क्लब-टी 903’ नामक एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया। इस ग्रुप की अगुवाई ‘प्रिया शर्मा’ नाम की एक महिला कर रही थी, जिसने स्टॉक्स में निवेश कर भारी मुनाफा दिलाने का झांसा दिया।
करीब तीन सप्ताह की बातचीत के बाद महिला ने विकास को अपने बताए खातों में रकम जमा कराने को कहा। पीड़ित ने 17 अप्रैल से 24 अप्रैल तक कुल 10.50 लाख रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दिए। निवेश के बाद ग्रुप में उनके खाते में 26 लाख रुपये का लाभ दिखाया गया। लेकिन जब उन्होंने राशि निकालनी चाही तो आरोपियों ने 21 लाख रुपये अतिरिक्त आईपीओ ट्रांजैक्शन फीस जमा करने को कहा, जिसके बाद उन्हें ठगी का अंदेशा हुआ। पुलिस ने प्रिया शर्मा और अन्य अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
दूसरा मामला शहर कोतवाली क्षेत्र का है, जहां 14 कोर्ट रोड निवासी धनंजय डोभाल से शेयर मार्केट में मुनाफा दिलाने के नाम पर 3.8 लाख रुपये ठग लिए गए। पीड़ित के अनुसार, 9 फरवरी को उन्हें इंस्टाग्राम पर ‘आस्क इन इन्वेस्टमेंट’ नाम की कथित कंपनी से मैसेज मिला और एक एप डाउनलोड करने को कहा गया। एप में भी ‘प्रिया शर्मा’ नाम की महिला ने निवेश के लिए प्रेरित किया।
धनंजय ने 6 मार्च से 28 मार्च के बीच कुल 3.8 लाख रुपये अलग-अलग किश्तों में महिला द्वारा बताए खातों में भेज दिए। लेकिन जब उन्होंने लाभ की राशि वापस लेनी चाही तो उनसे 15% जीएसटी जमा करने को कहा गया। इंकार करने पर महिला ने ग्रुप छोड़ने की धमकी दी, जिससे पीड़ित को धोखाधड़ी का संदेह हुआ। इस पर 9 मई को अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया।
कोतवाल चंद्रभान सिंह और प्रेमनगर एसओ मोहन सिंह के अनुसार, दोनों मामलों की जांच जारी है।