मौत के चार साल बाद बुजुर्ग को मिला इंसाफ, दुष्कर्म के आरोपी को 10 साल के सश्रम कारावास की सुनाई सजा

महाराष्ट्र। मानसिक रूप से बीमार 64 साल की एक बुजुर्ग महिला को उसकी मौत के चार साल बाद इंसाफ मिला है। अदालत ने मानसिक रूप से दिव्यांग महिला से दुष्कर्म के मामले में एक सिक्योरिटी गार्ड को 10 साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। अदालत में मामले की सुनवाई शुरू होने से पहले ही 2021 में महिला की मौत हो चुकी थी। ठाणे के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश डीएस देशमुख ने दोषी मोहम्मद गुड्डू उर्फ दिलकश मोहम्मद हबीबुल्ला शेख पर 65 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। उसे आईपीसी की धाराओं 376 (दुष्कर्म), 354ए(1) आई (यौन हमला) और घर में जबरन घुसने (452) के तहत सजा सुनाई गई।
अतिरिक्त सरकारी अभियोजक संध्या एच महात्रे ने बताया कि पीड़ित महिला की समझने की क्षमता अविकसित थी और वह अविवाहित थी। वह ठाणे के नाउपाड़ा में अपने भाई के साथ रह रही थी। महिला से दुष्कर्म की यह घटना 4 नवंबर, 2021 की है। पानी मांगने के बहाने सिक्योरिटी गार्ड महिला के घर में घुसा। सिक्योरिटी गार्ड गुड्डू ने महिला को फर्श पर धक्का दिया और उसके साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था।