अपराधउत्तर प्रदेश

शादी के दो दिन बाद की युवती की हत्या, मृतका के पिता दो बहनोई समेत पांच लोगों को उम्रकैद की सजा

बरेली। शादी के दो दिन बाद ही बेटी की हत्या करने वाले पिता, मृतका के दो बहनोई समेत पांच लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। स्पेशल जज फास्ट ट्रैक कोर्ट ने सभी दोषियों पर 40-40 हजार रुपये जुर्माना भी लगाया है। युवती गांव के एक युवक से प्रेम करती थी। घरवालों ने उसकी जबरन शादी कराई थी। शाही थाना क्षेत्र के गांव दाढ़ा निवासी तोताराम ने बेटी मुन्नी की शादी भमोरा थाना क्षेत्र के गांव भगवानपुर निवासी देवेंद्र के साथ 22 अप्रैल 2023 को कराई थी। बेमन रह रही मुन्नी की ससुरालवालों ने अगले दिन ही शिकायत कर दी।

इससे नाराज तोताराम 23 अप्रैल की रात को ही दो दामादों और दो रिश्तेदारों के साथ बेटी की ससुराल पहुंच गया। 24 की सुबह उसे लेकर घर के लिए निकल गया। शाम को शंखा रोड के पास झाड़ियों में लोगों को मरणासन्न हालत में एक युवती मिली। सूचना पर पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन उसकी मौत हो गई। जांच में पता चला कि मरने वाली युवती मुन्नी थी। पुलिस ने 25 अप्रैल को रिपोर्ट दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू की। सर्विलांस, सीसीटीवी कैमरों की मदद से पता चला कि वारदात को तोताराम, उसके दामाद दिनेश, छेदालाल और रिश्तेदार पप्पू व खूबकरन ने अंजाम दिया है।

इन लोगों ने कबूल किया था कि गला दबाने के बाद उसके मुंह के अंदर व चेहरे पर तेजाब डाल दिया था। इसके बाद मरा समझकर उसे वहीं छोड़कर भाग आए थे। कोर्ट ने सभी को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है। जुर्माने की राशि अदा न करने पर छह-छह माह अतिरिक्त सजा काटनी होगी। परिवार वालों और रिश्तेदारों ने मुन्नी की शादी जबरन देवेंद्र के साथ कराई थी। वह बार-बार गांव के अजय से शादी करने की जिद कर रही थी।

देवेंद्र के साथ फेरे लेने से इन्कार करने पर बहनोई ने तमंचा दिखाकर मुन्नी को धमकाया था। जयमाला के दौरान भी उसको पीटा गया। जब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए तो हत्याकांड चर्चाओं में आ गया। मुन्नी का पिता तोताराम नहीं चाहता था कि उसकी शादी अजय के साथ हो। देवेंद्र से शादी कराने के लिए उसने नाते-रिश्तेदारों की मदद ली। पुलिस ने घटना के 12 घंटे बाद ही जब हत्याकांड का खुलासा किया तो लोग भी सन्न रह गए।

मुन्नी ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा। उसकी मौत के बाद पिता व अन्य रिश्तेदार नहीं आए। ताऊ ने अंतिम संस्कार किया था। हत्याकांड में एक नाबालिग भी शामिल था। उसको बाल सुधार गृह भेजा गया था। तोताराम चार अन्य रिश्तेदारों के साथ 23 अप्रैल की रात मुन्नी की ससुराल में रुका। अगले दिन सुबह नौ बजे वह और रिश्तेदार देवचरा गए। वहां से टॉयलेट क्लीनर (लाइट एसिड) खरीदा। शाम चार बजे बेटी को साथ लेकर दो बाइक से ये लोग गांव को चले। रास्ते में कई जगह रुके भी।

झुमका तिराहे के होटल पर खाना खाया था। जांच के दौरान पुलिस को यहां का वीडियो फुटेज भी मिला। ये लोग रात में शंखा रोड पहुंचे। यहां मुन्नी को पकड़कर झाड़ियों में ले जाने के बाद गला दबा दिया। मरा समझने के बाद उसके मुंह के अंदर, चेहरे व शरीर पर तेजाब डाल दिया। झाड़ियों में उसे छोड़ने के बाद सभी फरार हो गए। हत्याकांड के खुलासे के लिए सर्विलांस समेत एसओजी को लगाया गया था। भमोरा पुलिस को भगवानपुर में तस्दीक करने की जिम्मेदारी दी गई। पुलिस टीमें तोताराम और उसके रिश्तेदारों पर नजर रखी थीं। सर्विलांस सेल ने कई नंबरों की डिटेल निकालकर जांच की। एक टीम ने देवचरा बाजार से लेकर फतेहगंज पश्चिमी रोड तक के सीसीटीवी की जांच की तो सभी कड़ियां जुड़ गईं।

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