पहले दिया सपना, फिर प्रकट हुए खाटू श्याम, दर्शन को उमड़ रहे भक्तों ने चढ़ाया लाखों का चढ़ावा
उत्तर प्रदेश के संभल में खुदाई के दौरान मंदिर परिसर में खाटू श्याम भगवान की पत्थर की मूर्ति निकली है. इसके बाद इलाके के लोगों की भीड़ मंदिर में उमड़ रही है. बताया जा रहा है कि पाषाण पर बाबा खाटू श्याम का शीष और तीन बाण बने हैं. लोगों ने कहा कि मंदिर बनवाने के लिए अभी तक लोगों ने डेढ़ लाख रुपए का दान दे दिया है.
दूर-दराज से पाषाण के दर्शन करने के लिए लोगों की हुजूम चला आ रहा है. नोटों का चढ़ावा चढ़ाया जा रहा है. मंदिर के पुजारी को सपने में खाटूश्याम बाबा का शीष दिखाई दिया था. इसके बाद उन्होंने सपने में दिखाई दी जगह पर खुदाई करवाई. अब लग रहे हैं खाटू शाम के जयकारे. लोगों का कहना अब यहां खाटू शाम का विशाल मंदिर बनेगा.
खाटू श्याम की कर दी थी निंदा, तब से सपने आने लगे
दरसल मामला उत्तर प्रदेश जनपद संभल थाना क्षेत्र बहजोई के गांव फतेहपुर समसोइ का है. यहां गांव में ही सिद्ध समाधि बाबा प्राचीन धाम है. गांव निवासी मंदिर के पुजारी प्रदीप मिश्रा को कई महीने से खाटू श्याम बाबा के सपने आ रहे थे.
प्रदीप मिश्रा ने बताया कि वे पहले खाटू शायम बाबा को नहीं जानते थे. कहीं, खाटू शायम बाबा की चर्चा हो रही थी, तो प्रदीप मिश्रा ने खाटू शाम की निंदा की. उनको उसी रात से सोने के दौरान एक गर्दन कटा सिर सपने में दिखाई देने लगा.
तीन महीने तक परेशान होने के बाद कराई झाड़-फूंक
लगभग 3 महीने से मंदिर के पुजारी प्रदीप मिश्रा को ये सपना लगतार आने लगा. इस सपने से परेशान होकर प्रदीप मिश्रा जादू-टोना और झाड़-फूक के चककर में पड़ गए. तभी एक दिन किसी पूर्णा गिरी बाबा से मिले, तो उन्होंने प्रदीप मिश्रा को बताया कि तुम पर कोई जादू-टोटका नहीं हुआ है.
जिस मंदिर में तुम पूजा करते हो, उस मंदिर के प्रांगण में खाटू शाम का शीश दबा है. उसको निकालो और उसकी सेवा करो, तो प्रदीप मिश्रा ने गामीणों को जमाकर उस जगह की 30 जनवरी को खुदाई कराई. लगभग पांच फीट की खुदाई के बाद वहां से एक पाषाण निकला, जिसको लोगों ने भगवान खाटू श्याम मान लिया है.
स्थानीय लोगों ने खुदाई का बनाया वीडियो
वहीं, स्थानीय ग्रामीणों ने खुदाई का वीडियो भी बनाया है. खुदाई के दौरान जैसे ही ग्रामीणों को पाषाण दिखाई दिया, तो ग्रामीणों ने खाटू शाम के जय करे लगाने और देखते ही देखते आस्था में लोगों की भीड़ जमा होने लगी. पाषाण को भगवान खाटू श्याम मानते हुए जल, दही, दूध से स्नान कराया और उसी जगह पर उस पाषाण को रख कर उसके ऊपर टेंट लगाकर उस जगह को अस्थाई मंदिर बना दिया.
अब आने वाले श्रद्धालुओं में बांटा जा रहा है प्रसाद
बाबा खाटू श्याम का प्रसाद बनाकर दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं में वितरण किया जा रहा है. अब ग्रामीणों का कहना है कि भले ही लोगों से चंदा जमा करना पड़े. अब खाटू श्याम का मंदिर यहीं बनेगा. कुछ लोगों ने मंदिर बनबाने के लिए लाखों का दान देने की बात 20 साल से मंदिर की सेवा कर रहे पुजारी प्रदीप मिश्रा से कही है.