अपराधउत्तर प्रदेशराज्य

बिजली विभाग का अधिशासी अभियंता लखनऊ में गिरफ्तार, व‍िभाग को लगाया 2.33 करोड़ का चूना

बिजली विभाग का अधिशासी अभियंता ओमप्रकाश राम विभाग को ही चूना लगा रहा था। उसके खिलाफ 2015 में 2.33 करोड़ रुपये का सरकारी खजाने को चपत लगाने का केस आजमगढ़ के सिधारी थाने में दर्ज था। जिसकी जांच साइबर क्राइम थाने को मिली। तो मामले पड़ताल ने रफ्तार पकड़ ली। आरोपी को इंस्पेक्टर अजीत यादव की टीम ने दबोच लिया है। उससे पूछताछ की गई तो फर्जीवाड़े के तरीके की जानकारी दी। उसने कुबूल किया कि 1596 उपभोक्ताओं का बिल कम कर विभाग को घाटा पहुंचाया था।

साइबर क्राइम थाने के इंस्पेक्टर अजीत कुमार यादव के मुताबिक आरोपी ओमप्रकाश राम बतौर अधिशासी अभियंता आजमगढ़ में तैनात थे। सब डिविजन आजमगढ़ व मुबारकपुर नगर के कुल 1596 उपभोक्ताओं के बिजली बिलों को फर्जी यूजर आईडी राकेश1 से कम करके करीब 2.33 करोड़ रुपये की धनराशि कम कर दी ।  इस मामले में 2015 में सिधारी थाने में केस दर्ज कराया गया। बाद में विवेचना साइबर क्राइम थाना लखनऊ भेज दी गई।

दूसरे अधिकारी की ई-मेल आईडी प्रयोग कर किया फर्जीवाड़ा 

विवेचना के दौरान आईडी क्रिएशन स्टेटमेंट, उपभोक्ताओं के बयानए विभागीय जाँच, विभागीय कर्मचारियों के बयान आदि लिए गये तो यह तथ्य सामने आया कि फर्जी आईडी को आजमगढ़ अधिशासी अभियंता तत्कालीन एसडी सिंह की ई-मेल आईडी  से मेल करके बनवायी गयी । इस यूजर आई डी  का पासवर्ड तत्कालीन अधिशासी अभियंता ओपी राम की ई मेल आईडी से मेल का पासवर्ड रीसेट कराया गया। यूजर आई डी को चला कर बिल कम करने में टाउन मोहम्मदाबाद, मोहम्मदाबाद, गाजीपुर व डिविजन आफिस सिधारी आजमगढ़ डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर जफरपुर आजमगढ़ आईपी प्रयोग में लायी गयी। पूछताछ मे आरोपी ओपी राम के द्वारा जुर्म स्वीकार किया गया।  इसके बाद उनको गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में अभी अन्य लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Verified by MonsterInsights