उत्तर प्रदेश

UP के कई शहरों में स्कालरशिप स्कैम को लेकर ED की रेड, कालेज में खंगाले जा रहे दस्तावेज

लखनऊ। यूपी में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम की कई जिलों में छापेमारी की कार्रवाई सुबह से जारी है। छापेमारी हरदोई, बाराबंकी, लखनऊ, फर्रूखाबाद आदि ज‍िलों में चल रही है। अभी तक प्राप्‍त जानकारी के अनुसार मामला स्कालरशिप स्कैम का है। ज‍िसमें ED के न‍िशाने पर कई एजुकेशनल व मेड‍िकल इंस्टिट्यूट भी हैं।

फर्रुखाबाद में चिकित्सक के घर, कालेज व प्रतिष्ठान पर छापा

फर्रुखाबाद शहर में डा. ओमप्रकाश इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट टेक्नोलाजी कालेज के संचालक डा. प्रभात गुप्ता व उनके पुत्र शिवम गुप्ता के प्रतिष्ठानों और घर पर सुबह लखनऊ से आई टीम ने छापेमारी शुरू की।

गुरुवार सुबह तीन कारों से पहुंचे टीम के सभी सदस्य घर में प्रवेश कर गए। उनके साथ आए सुरक्षा कर्मियों ने न किसी को अंदर प्रवेश करने दिया और अंदर मौजूद लोगों को बाहर भी नहीं निकलने दिया। घर के निचले तल पर डा. प्रभात गुप्ता का अस्पताल हैै, जिसमें अल्ट्रासाउंड सेंटर भी संचालित है।

टीम के अधिकारी कुछ भी जानकारी देने से मना कर रहे हैं। इसके साथ ही शिवम गुप्ता द्वारा संचालित इटावा-बरेली हाईवे पर सकवाई के पास स्थित डा. ओम प्रकाश इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट कालेज में भी एक अलग से टीम पहुंची। वहां पर कालेज का गेट बंद कर अंदर अभिलेखों की जांच कर रही है।

यह किस विभाग की टीम है, स्थानीय पुलिस अधिकारियों को भी इस बात की जानकारी नहीं है। बताते चलें कि विगत 24 जनवरी को आइटीआइ प्रधानाचार्य की ओर से डा. ओमप्रकाश गुप्ता एजूकेशनल ट्रस्ट के खिलाफ 1.23 करोड़ के अग्रिम भुगतान लेने के बावजूद प्रशिक्षण शुरू न कराने के मामले में एफआइआर दर्ज कराई गई थी।

 

प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण देने के लिए शहर के मोहल्ला महावीरगंज स्थित डा. ओमप्रकाश गुप्ता एजूकेशनल एंड सोशल वेलफेयर ट्रस्ट के साथ 500 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण देने को विगत 11 जून 2021 को अनुबंध किया गया था। प्रथम किस्त के रूप में कुल परियोजना लागत 4.50 करोड़ के सापेक्ष 1.23 करोड़ की अग्रिम धनराशि दी गई थी।

हरदोई में फार्मेसी कालेज में ईडी ने मारा छापा, अभिलेखों की कर रही जांच

हरदोई में ईडी ने लखनऊ की सीमा के पास अतरौली क्षेत्र के जीविका कालेज आफ फार्मेसी, कुकरा में मारा छापा। छात्रवृत्ति के मामले में प्रदेश के कुछ स्थानों पर चल रही कार्रवाई में शामिल है छापा। गांव के ही रामगोपाल का है काजेल, उनकी मां हैं प्रधान। टीम अभिलेखों की कर रही जांच।

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