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मुरादाबाद में डॉक्टर चला रहा Fake Currency का बड़ा धंधा, मजदूरों से बाजार में खपा रहे 100-500 के नोट

मुरादाबाद। मझोला पुलिस ने एक लाख की नकली करेंसी के साथ तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्हें 25 प्रतिशत के हिसाब से डॉक्टर ने करेंसी उपलब्ध कराई थी। अब वह आगे 50 प्रतिशत में लोगों को खपा रहे थे। पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपियों में एक रामपुर और तीन मुरादाबाद निवासी हैं। पुलिस मुख्य आरोपी डॉक्टर की तलाश में जुटी है।

एसएसपी हेमंत कुटियाल ने बताया कि मझोला थाने की पुलिस टीम शनिवार को कांवड़ यात्रा के मद्देनजर मीना बाजार संभल रोड पर तैनात थी। इसी दौरान तीन व्यक्ति आते दिखाई दिए। वह पुलिस को देखकर भागने लगे। पुलिस कर्मियों ने घेराबंदी कर तीनों को पकड़ लिया। पूछताछ करने पर आरोपियों ने अपने नाम नौशाद, रहीस, और मोहम्मद हसीब बताया। नौशाद बिजनौर के नूरपुर थानाक्षेत्र के रहरा निवासी है। वह वर्तमान में रामपुर के स्वार में मोहल्ला चकमेल मार्केट में रहता है जबकि रहीस कटघर के खलील वाली मस्जिद के पास रहता है। तीसरा आरोपी मोहम्मद हसीब कुंदरकी के कमालपुर निवासी है। पुलिस ने तीनों से एक लाख रुपये की नकली करेंसी बरामद की। आरोपियों ने बताया कि उन्हें कमालपुर निवासी डॉ. नफीस ने 25 हजार रुपये में एक लाख रुपये की नकली करेंसी दी थी। अब हम ये करेंसी पचास हजार में आगे बेच रहे थे। इस करेंसी को आरोपी बाजार, दुकान, पेट्रोल पंप और अन्य जगह खपा रहे थे। बरामद करेंसी में पांच सौ के 100, दो सौ के 150 और सौ के 200 नकली नोट थे।

सीओ सिविल लाइंस आशुतोष तिवारी ने बताया कि तीनों आरोपी शनिवार शाम कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। इस गिरोह के मुख्य आरोपी डॉक्टर की तलाश में टीम लगी है।

पश्चिम बंगाल के मालदा से जुड़े हैं तार, दुष्कर्म का आरोपी खपा रहा था नकली करेंसी

पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि गिरोह का सरगना डॉ. नफीस पश्चिम बंगाल के मालदा में आता जाता रहता है। वहां के रहने वाले कई लोग उसके संपर्क में हैं। वो ही पश्चिम बंगाल से नकली करेंसी मंगवाकर मुरादाबाद समेत अन्य जनपदों में खपाता है। आरोपी डॉ. नफीस दुष्कर्म के आरोप में पहले भी पकड़ा जा चुका है।

पहले भी मुरादाबाद में पकड़े जो चुके हैं नकली नोट

मुरादाबाद। मझोला थाने की पुलिस ने चार माह पहले मेरठ के अजराड़ा निवासी चंदू को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने दावा किया था कि आरोपी आरोपी के पास से 100-100 के 18 नोट बरामद किए हैं। सभी नोट नकली थे। आरोपी ने बताया कि गाजियाबाद के डासना में उसका रिश्तेदार नोट छापता है। इससे पहले 22 जुलाई 2021 को मूंढापांडे में लोगों को नकदी नोटों के साथ गिरफ्तार किया था। 28 जून 2021 को पांच लोगों को नकली नोटों की खेप के साथ पकड़ा गया था। इन आरोपियों ने बताया कि वह पश्चिम बंगाल में छप रहे नोट पूरे देश में खपाए जा रहे हैं।

एटीएस समेत अन्य एजेंसियों ने की भ पूछताछ

मुरादाबाद। एटीएस,आईबी और एलआईयू समेत अन्य एजेंसियों ने पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की है। टीमों ने ये जानने की कोशिश की कि नकली नोटों की छिपाई कहां हुई और किन रास्तों से ये करेंसी देश भर में खपाई जा रही है। एटीएस ने ये भी जानने की कोशिश की कि नकली करेंसी चलाने वालों के संपर्क कहीं किसी ऐसे संगठन से तो नहीं है। जो देश के लिए बढ़ा खतरा हो सकते हैं।

इस तरह हुई आरोपियों की एक दूसरे से मुलाकात

मुरादाबाद। आरोपी नौशाद ने पुलिस को बताया कि उसकी कपड़े की दुकान है। एक साल पहले वह मुरादाबाद में शादी समारोह में शामिल होने आया था। इस दौरान उसकी मुलाकात डॉ. नफीस से हो गई थी। तब नफीस ने ही असली नोट के बदले दोगुनी कमाई करने का रास्ता समझाया था। जबकि मोहम्मद हसीब डॉ. नफीस के गांव निवासी है। हसीब के जरिये ही रहीस डॉक्टर से मिला था।

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