बस्ती गैंगरेप केस: मृतक दंपति के बच्चों को DM ने लिया गोद, जहर खाकर दी थी पति-पत्नी ने जान
उत्तर प्रदेश के बस्ती (Basti) जिले में दो दिन पहले गैंगरेप के बाद युवती और उसके पति ने जहर खाकर मौत को गले लगा लिया था. दोनों की मौत का वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे जिले में सनसनी मच गई थी. रुधौली थाना (Rudhauli Police Station) क्षेत्र के शास्त्री नगर (Shastri Nagar) वार्ड में रहने वाले वाले युवक की पत्नी के साथ गांव के ही त्रिलोकी और एक नाबालिक लड़के ने गैंगरेप किया.
गैंगरेप की घटना होने के बाद युवती और उसके पति ने आहत होकर जहर खा लिया और मौत को गले लगा लिया. ऐसे में उसके तीन मासूम बच्चों के सिर से मां-बाप का साया उठ गया या यूं कहें कि एक झटके में यह तीनों मासूम बच्चे अनाथ हो गए. ऐसे में इन बच्चों के तारणहार बस्ती के जिलाधिकारी अंद्रा वामसी बन गए हैं.
जिलाधिकारी ने जताई संवेदना
डीएम अंद्रा वामसी ने घटना को लेकर अपनी संवेदना जताई है और बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का जिम्मा खुद उठाया है. उन्होंने आश्वस्त किया है कि बच्चे जहां भी पढ़ना चाहे, पढ़ सकते हैं. वे सरकारी स्कूल में पढ़ना चाहते हैं या प्राइवेट स्कूल में, दोनों जगह इन बच्चों की पढ़ाई बिल्कुल निशुल्क दी जाएगी.
सभी जरूरतों को मुहैया कराएगा बस्ती जिला प्रशासन
इतना ही नहीं डीएम ने अनाथ हो चुके बच्चों को लेकर यह स्पष्ट भी किया कि उन्हें भविष्य में किसी भी चीज की जरूरत हो तो बस्ती का जिला प्रशासन हर हाल में उन्हें मुहैया कराएगा. फिलहाल डीएम की मानवीय पहल ने अनाथ हो चुके बच्चों की जख्मों पर मरहम का काम किया है. डीएम के सराहनीय काम की जिले में हर कोई सराहना कर रहा है. ऐसे में यही कहा जा सकता है कि बच्चों को सहारा मिल गया है.