हरिद्वार: मकर संक्रांति स्नान आज है. हर साल मकर संक्रांति पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार गंगा में डूबकी लगाने पहुंचते हैं. इतनी कड़ाके की ठंड मे भी श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. श्रद्धालु हरकी पैड़ी पर बड़ी तादात में पहुंच रहे हैं. स्नान तड़के शुरू हुआ. भारी भीड़ को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. भगवान सूर्य नारायण को समर्पित यह स्नान एक महत्वपूर्ण भूमिका रखता है. गंगा घाट पर श्रद्धालु पूजा पाठ कर रहे हैं. हाईवे पर यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए रूट प्लान का पालन करवाने के निर्देश दिए गए हैं.
सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चाक चौबंद
मकर संक्रांति के स्नान को लेकर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चाक चौबंद की हैं. पूरे मेला क्षेत्र को सात जोन और 17 सेक्टर में बांटा गया है. पुलिस बल को जगह-जगह तैनात कर दिया गया है. इसके साथ ही सीसीटीवी से भी पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी की जा रही है. शनिवार को ऋषिकुल ऑडिटोरियम में पुलिस फोर्स को ब्रीफ किया गया था.
भारी वाहनों का प्रवेश बैन
शनिवार शाम 5 बजे से रविवार शाम 6 बजे तक सभी भारी वाहनों का प्रवेश हरिद्वार शहरी क्षेत्र में प्रतिबंधित रहेगा. मकर संक्रांति स्नान पर्व के लिए शहर की यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए पुलिस ने यातायात और पार्किंग प्लान जारी किया है. यातायात का दबाव बढ़ने पर ख्याति ढाबा और गुरुकुल कांगड़ी समविवि की सर्विस लेन पर भी वाहन खड़े कराए जाएंगे. ट्रैफिक का दबाव बढ़ने पर ऑटो, विक्रम और ई-रिक्शा के लिए भी डायवर्जन प्लान बनाया गया है. भीड़ का दबाव बढ़ने पर फौरन कंट्रोल रूम को जानकारी देने के साथ व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखा जाएगा. महिला घाट पर नियुक्त महिला कर्मी मुस्तैदी के साथ अपनी ड्यूटी का निर्वहन करने के निर्देश हैं.
अयोध्या में आस्था की डुबकी
देश के अलग-अलग हिस्सों में इसे अलग-अलग नामों से मनाया जाता है, लेकिन गुड़, तिल और खिचड़ी का इस शुभ दिन के व्यंजनों में खास महत्व होता है. मकर संक्रांति के दिन विशेष रूप से तिल और गुड़ खाने की प्रथा चली आ रही है. इसी के चलते इस त्योहार को लोग तिल संक्रांति भी कहते हैं. शास्त्रों के अनुसार मकर संक्रांति के दिन स्नान करने के बाद दान पुण्य करना चाहिए. ऐसा करने से आपकी ग्रहदशा में सुधार होता है .