रविवार को अधिकारियों ने बताया कि माकपा की स्थानीय कार्यकर्ता की हत्या कर दी गयी थी, जिसकी की पहचान शाहजहां के रूप में की गई है, जिसकी कल रात करीब सवा नौ बजे पलक्कड़ के मारुथारोड में उसके घर के पास मृत पाया गया था. पुलिस ने कहा कि कल रात आठ लोगों का एक समूह शाहजहां के घर के पास पहुंचा और उस पर हमला कर दिया, पुलिस ने मामले को राजनीतिक रंजिस होने की संभावना व्यक्त किया है. और कहा की वह एक राजनीतिक हत्या के मामले में आरोपी था और हमें संदेह है कि वह भी राजनीतिक रंजिस का एक हिस्सा रहा है.
इससे पहले 19 अप्रैल को, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के नेता सुबैर की हत्या के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिनकी केरल के पलक्कड़ जिले में उनके पिता के सामने हत्या कर दी गई थी.
पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए तीन लोगों की पहचान आरएसएस कार्यकर्ता रमेश, अरुमुघम और सरवनन के रूप में हुई है विशेष रूप से, पीएफआई नेता की हत्या के 24 घंटे के भीतर पलक्कड़ में एक आरएसएस कार्यकर्ता श्रीनिवासन की हत्या कर दी गई थी, भाजपा ने आरोप लगाया था कि हत्या के पीछे पीएफआई की राजनीतिक शाखा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया का हाथ है.
“जिस मकसद को हम समझते हैं वह यह है कि आरोपी रमेश आरएसएस कार्यकर्ता संजीत का करीबी दोस्त है, जिसकी हत्या की गई थी। संजीत की हत्या से पहले, उसने रमेश से कहा था कि अगर उसे कुछ हुआ तो सुबैर की कुछ भूमिका होगी। वही टीम एडीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर) विजय सखारे ने संवाददाताओं से कहा, “सुबैर की दो बार पहले भी हत्या की कोशिश की गई थी.”
केरल के पलक्कड़ जिले के एलापल्ली में शुक्रवार दोपहर मस्जिद में नमाज अदा कर घर लौट रहा रहे 43 वर्षीय सुबैर की कथित तौर पर उस समय हत्या कर दी गई, .