मनीष सिसोदिया को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश करने पर कोर्ट नाराज, जेल अथॉरिटी से मांगा जवाब
दिल्ली शराब घोटाला केस में आज यानी शुक्रवार को जेल में बंद मनीष सिसोदिया को कोर्ट में वर्चुअल तरीके से पेश किया गया. मामले की सुनवाई के दौरान राऊज एवन्यू कोर्ट ने तिहाड़ जेल अधिकारियों से सवाल किया कि आखिर मनीष सिसौदिया को व्यक्तिगत रुप से पेश क्यों नहीं किया गया? कोर्ट ने पूछा कि मनीष सिसोदिया को व्यक्तिगत रूप से पेश न करने की अनुमति मांगने के लिए कोर्ट से क्यों नहीं पूछा गया. दरअसल, सिसोदिया की न्यायिक हिरासत की अवधि आज खत्म हो रही थी.
जब मनीष सिसोदिया को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया तो अदालत ने सख्त लहजे में कहा कि अगर अगले आधे घंटे में तिहाड़ अथॉरिटी द्वारा मेल नहीं भेजा गया तो वह लिखित स्पष्टीकरण मांगेगा. कोर्ट स्टाफ ने तिहाड़ जेल स्टाफ को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि अगली तारीख यानी 5 फरवरी को मनीष सिसोदिया को शारीरिक रूप से यानी फिजिकली पेश किया जाए.
इसके बाद राऊज एवन्यू कोर्ट ने मनीष सिसौदिया की न्यायिक हिरासत 5 फरवरी तक बढ़ा दी. कोर्ट ने सीबीआई को दिल्ली शराब कांड में जांच की स्थिति को लेकर स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया. इतना ही नहीं, कोर्ट ने कहा कि सीबीआई ऑफिस में दस्तावेजों की जांच को अब बन्द किया जाता है. वहीं, तिहाड़ जेल अथॉरिटी ने कहा कि गणतंत्र दिवस की वजह से मनीष सिसोदिया को आज कोर्ट में फिजिकली पेश नहीं किया गया.
पिछले साल फरवरी में गिरफ्तार हुए थे सिसोदिया
दरअसल, कथित आबकारी नीति घोटाला मामले में मनीष सिसोदिया फिलहाल जेल में हैं. उन्हें पिछले साल फरवरी में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने गिरफ्तार किया था और बाद में उन्होंने दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार में उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. कथित शराब घोटाला 2021-22 में आबकारी नीति से संबंधित है. उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इसे लागू किए जाने के संबंध में सीबीआई जांच की सिफारिश की थी जिसके तुरंत बाद 2022 में आप सरकार ने इसे रद्द कर दिया था.