डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से की शिकायत तो पीड़ित को तत्काल मिली मदद, निजी अस्पताल ने लौटाया पूरा पैसा
लखनऊ: उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक पदभार संभालते ही एक्शन मोड में आ गए हैं. फैजुल्लागंज निवासी प्यारी देवी से सीतापुर रोड स्थित एक निजी अस्पताल ने बिना ऑपरेशन किए ही 20 हजार रुपये वसूल लिए. इसके बाद महिला के परिजन ब्रजेश पाठक से अस्पताल की शिकायत की. ब्रजेश पाठक के संज्ञान में जैसे ही यह मामला आया वैसे ही उन्होंने मामले को संज्ञान में लेते हुए अस्पताल को तुरंत पैसे लौटाने के निर्देश दिए. ढाई धंटे के अंदर अस्पताल प्रशासन ने मरीज के परिजनों से माफी मांग कर 20,000 रुपया वापस कर दिया.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, राम प्यारी देवी पेट में दर्द की समस्या से जूझ रही थी. इसके बाद महिला के परिजनों ने 24 मार्च को उसको लकेर ट्रांमा सेंटर पहुंचे. ट्रांमा सेंटर में बेड खाली नहीं होने के कारण उसे भर्ती नहीं किया. इसके बाद महिला के परिजन दलालों के चक्कर में पड़कर मरीज को सीतापुर रोड स्थित एक निजी अस्पातल में भर्ती कराया. यहां पर अस्पताल प्रशासन ने महिला के परिजनों से ऑपरेशन के नाम पर 35 हजार रुपये पहले ही जमा करा लिए. जांच के दौरान डॉक्टरों ने महिला के गुर्दे में पथरी होने की बात बताई और ऑपरेशन के लिए 45 हजार रुपये की डिमांड करने लगे.
समाजकि कार्यकर्ता को दी मामले की जानकारी
परिजनों का आरोप है कि रुपये के अभाव में जब उन्होंने पैसे देने से इंकार किया तो डॉक्टर को इलाज करने से रोक दिया गया. अस्पताल प्रशासन के द्वारा बिल का भुगतान करने के लिए दबाव बनाया गया. इसके बाद परिजनों ने फैजुल्लागंज में सामाजिक कार्यकर्ता ममता त्रिपाठी को मामले की जानकारी दी.
उन्होंने ट्वीट के माध्यम से पूरे मामले की जानकारी उप मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक को दी. ममता त्रिपाठी के अनुसार ट्वीट के बाद स्वास्थ्य विभाग ने मामले का संज्ञान लिया. जहां अस्पताल प्रशासन ने करीब 20 हजार रुपये वापस देने के बाद मरीज को डिस्चार्ज कर दिया