अतीक-अशरफ हत्याकांड की जांच के लिए आयोग का गठन, इन्हें मिला जिम्मेदारी, 2 महीने में मांगी रिपोर्ट
लखनऊ: माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके पूर्व विधायक भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ (Ashraf Ahmed) की पुलिस (Police) हिरासत में गोली मारकर हत्या (Murder) किए जाने के मामले की तफ्तीश के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस (Uttar Pradesh Police) ने तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया। विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने एक बयान में बताया कि प्रयागराज के पुलिस आयुक्त आर के विश्वकर्मा के आदेश पर अपर पुलिस उपायुक्त, अपराध (मुख्य विवेचक) के नेतत्व में तीन सदस्यीय एसआईटी (SIT) गठित की गई है। उन्होंने बताया कि गुणवत्तापूर्ण तथा समयबद्ध जांच सुनिश्चित करने के लिए तीन सदस्य निगरानी टीम का भी गठन किया गया है। बयान में कहा गया है कि अपर पुलिस उपायुक्त अपराध सतीश चंद्र, एसीपी कोतवाली सत्येंद्र प्रसाद तिवारी और इंस्पेक्टर ओम प्रकाश की टीम बनाई गई है, जो पूरे मामले की जांच करेगी।
आयोग को मामले की जांच के बाद 2 महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपनी होगी
जानकारी के मुताबिक, आयोग को मामले की जांच के बाद दो महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपनी होगी। राज्य के गृह विभाग ने जांच आयोग अधिनियम, 1952 के तहत आयोग का गठन किया है। उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अतीक अहमद और अशरफ की सनसनीखेज हत्या में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए । इसके साथ ही यह भी कहा कि इसमें तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन कर मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा था कि “मुख्यमंत्री ने अहमद और अशरफ की हत्या की जांच के लिए तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग के गठन का निर्देश दिया है।” शनिवार की रात अहमद और अशरफ की मोटर साइकिल से आए तीन हमलावरों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाकर प्रयागराज के काल्विन अस्पताल के पास हत्या कर दी थी।
उमेश पाल हत्याकांड में नामजद 7 लोगों में से 4 अभियुक्त मुठभेड़ में मारे जा चुके
आपको बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड में शनिवार को पुलिस हिरासत में माफिया-राजनेता अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या किए जाने के बाद इस मामले में अब तक मारे गए अभियुक्तों की संख्या बढ़कर 6 हो गई है। उमेश पाल हत्याकांड में नामजद अतीक अहमद के परिवार के 4 सदस्यों में खुद अतीक, उसके बेटे असद और भाई अशरफ समेत 3 की मौत हो चुकी है जबकि अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन फरार है। इस साल 24 फरवरी को विधायक राजू पाल हत्याकांड (Raju Pal Murder Case) के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस ने धूमनगंज थाने में अतीक के परिजनों एवं अन्य समेत कुल 13 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। CCTV वीडियो में नजर आए उमेश पाल हत्याकांड में नामजद 7 लोगों में से 4 अभियुक्त मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं।