28 साल पहले भैंसे की मौत बनी बुजुर्ग की मुसीबत, 83 साल के अच्छन पर लटक रही गिरफ्तारी की तलवार
बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। एक भैंसे की मौत के मामले में 83 वर्षीय बुजुर्ग के खिलाफ बरेली न्यायिक मजिस्ट्रेट ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। 28 साल पहले भैंसे की बस दुर्घटना में मौत हो गई थी। गिरफ्तारी वारंट की जैसे ही जानकारी बुजुर्ग को हुई तो वो पुलिस के सामने रोने लगा। हालांकि, पुलिसकर्मी बुजुर्ग को कोर्ट में पेश होने की चेतावनी देकर चले गए। बाराबंकी के दयानंद टेलीफोन एक्सचेंज के पीछे अच्छन रहते हैं। ये कैसरबाग डिपो में चालक थे। इसके बाद चारबाग और बाराबंकी डिपो में कार्यरत रहे।
1994 में कैसरबाग से बरेली बस जा रही थी। इस बस को अच्छन चला रहे थे। रास्ते में अचानक बस के सामने भैंसा आ गया। टक्कर से भैंसे की मौत हो गई थी। फरीदपुर थाने में हादसे का मुकदमा लिखा गया था। कुछ देर बाद बस को छोड़ दिया गया था। इसके बाद अच्छन कैसरबाग, चारबाग और बाराबंकी डिपो की बस चलाते हुए रिटायर हो गए। सोमवार को जब फरीदपुर थाने के एसआई विजय पाल आए और गिरफ्तारी वारंट दिखाया तो वो पुलिसकर्मियों के सामने रोने लगे और कहने लगे कि वह लकवाग्रस्त हैं और बीमार भी रहते हैं।
पुलिसकर्मी कोर्ट में हाजिरी लगाने की बात कहकर चले गए। कहा कि अगर वो कोर्ट नहीं जाते हैं तो उनको मजबूरन गिरफ्तार करना पड़ेगा। क्षेत्रीय प्रबंधक परिवहन निगम बाराबंकी राजेश कुमार ने कहा कि दुर्घटना का मामला है। अच्छन प्रार्थना पत्र दें तो लखनऊ हेड ऑफिस को पत्र भेजकर मदद की जाएगी।