बुलंदशहर: स्याना हिंसा के आरोपी को BJP ने बनाया मंडल अध्यक्ष, बवाल में हुई थी इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या
बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में पांच साल पहले में हुई स्याना हिंसा एक बार फिर से चर्चा में है। इसकी वजह यह है कि बीजेपी ने इस हिंसा के आरोपी सचिन अहलावत को पार्टी का मंडल अध्यक्ष बनाया है। सचिन पर भीड़ को उकसा कर इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या के लिए उकसाने का आरोप है। उस मामले में सचिन अभी जमानत पर बाहर है।
बीजेपी ने बुलंदशहर क्षेत्र के 31 जोनल अध्यक्ष की सूची जारी की है। 38 साल के सचिन का नाम भी उसमें है। उसे बीबीनगर का मंडल अध्यक्ष बनाया गया है। उस पर दंगा भड़काने और पब्लिक सर्वेंट को काम करने से रोकना और हत्या के लिए उकसाने जैसे आरोप भी हैं। हालांकि गोतस्करी की सूचना के बाद हुई हिंसा को लेकर अपनी भूमिका से सचिन इनकार करता है।
मीडिया से बातचीत में सचिन ने कहा कि घटना के समय मैं केवल वहां पर मौजूद था। इसलिए वीडियो और फोटो में मेरी तस्वीर आ गई थी। इस बारे में पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने ही बजरंग दल के संयोजक और मुख्य आरोपी योगेश राज को फोन करके बुलाया था, सचिन ने कहा कि एक पुलिसकर्मी ने मुझसे फोन मांगकर कॉल लगाया था। हालांकि अब यह बात कोई मानने को तैयार ही नहीं है।
सचिन अहलावत ने बताया कि मेरे खिलाफ केवल एक केस ही दर्ज है और वो भी इसी स्याना हिंसा से जुड़ा हुआ है। मुझे इस वजह से लंबे समय तक परेशान रहना पड़ा। औज मैं अपनी मेहनत के बल पर बीबीनगर मंडल अक्ष्यक्ष के पद तक पहुंचा हूं। इस मामले में बुलंदशहर के जिलाध्यक्ष विकास चौहानने भी सचिन का बचाव करते हुए कहा कि वह केवल घटनास्थल पर मौजूद था। वह अपराधी नहीं है।