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अतीक अहमद के वकील का बड़ा बयान- कहा; सीएम योगी के पास पहुंचेगी सीलबंद चिट्ठी जिसमें होगा मरवाने वाले का नाम

अतीक अहमद उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या हो गई. हर शख्स दबी जुबान में कयास लगाए जा रहा है.लगभग 42 घंटे बाद भी लोग उस सीन को भुला नहीं पाए.अतीक और अशरफ बार-बार कह रहे थे कि उनकी हत्या हो सकती है. आखिरकार किससे उनको डर सता रहा था. अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले शूटर्स को देखकर लगता नहीं है कि वो इतनी चालाकी से घटना को अंजाम देंगे. फिलहाल हम लोग कयासबाजी के जाल में नहीं फंसते. जांच चल रही है. उसमें सारे खेल का पर्दाफाश हो जाएगा. हत्या से पहले अतीक के भाई अशरफ ने सीजीआई, इलाहाबाद हाईकोर्ट जज, सीएम के नाम एक पत्र लिखा था. ये पत्र कई लोगों के नाम का खुलासा कर सकता है. इसमें पांच बड़े नेताओं के भी नाम हो सकते हैं.

सूत्रों से जो जानकारी आ रही है वो ये है कि लेटर किसी फैमिली मेंबर के पास है. अब सीएम तक उस बंद लिफाफे को पहुंचाने के लिए परिवार वाले सदस्य कोशिश में लगे हुए हैं. डाक से पत्र को भेज नहीं सकते क्योंकि डर है कि कहीं इसको नष्ट न कर दिया जाए. अशरफ अहमद को जब बरेली से प्रयागराज लेकर जाया जा रहा था उस वक्त इस लेटर के बारे में उसने चर्चा की थी. पहले ये लिफाफा अतीक की पत्नी शाइस्ता के पास था. लेकिन रडार में शाइस्ता भी फंस गई. इसके बाद उनसे किसी और खास इंसान के पास ये खत रखवा दिया है. शायद किसी परिवार के सदस्य के पास ही ये लेटर अभी रखा है.

लेटर को लेकर कई तरह के सवाल

अतीक और अशरफ के उस लेटर में क्या होगा? उस लेटर में किसका नाम लिखा होगा. अतीक और अशरफ दोनों की पुलिस कस्टडी में मौत कई सवाल खड़े कर रहे हैं. क्यों बार-बार अतीक और अशरफ अपनी हत्या की बात कह रहे थे. उनको किससे डर था. अहम सवाल वो शूटर्स किसके इशारे पर काम कर रहे थे. लेकिन अब बड़ा सवाल ये है कि आखिरकार उसके लेटर में किसका-किसका नाम होगा. कहा जा रहा है कि इसमें सफेदपोशों के नाम हो सकते हैं. उन नामों का खुलासा होने के बाद हड़कंप मच सकता है.

लेटर में किसका नाम होगा?

अतीक अहमद ने दशकों प्रयागराज पर ‘राज’ किया है. यहां का आलाम ये है कि बच्चा-बच्चा अतीक अहमद के नाम से वाकिफ है. जिस तरह से अतीक की हत्या हुई वो एक फिल्मी सीन से कम नहीं था. एक के बाद एक ताबड़तोड़ गोलियां बरस रहीं थीं. अशरफ ने वो लेटर हत्या के पहले ही लिख लिया था. और कहा था कि अगर मेरी और भाई (अतीक) की हत्या होती है तब इस लेटर को खोलिएगा. अब हत्या के बाद लेटर की चर्चा है. लोग सोच रहे हैं कि आखिरकार इसमें किसका नाम हो सकता है. सूत्रों की मानें तो इसमें प्रयागराज के लिए लीडरों के नाम हो सकते हैं. इसके अलावा अतीक के दुश्मनों के भी नाम इसमें हो सकता है.

सीधे सीएम योगी तक कैसे पहुंचेगा लेटर?

माफिया कोई भी, कहीं का भी हो. उसका एक दौर होता है. अतीक का भी दौर था. प्रयागराज में रहने वाले लोगों से बेहतर कौन जान सकता है. अतीक और अशरफ को अपनी हत्या की आशंका थी. उन्होंने जब इस बात को कहा उसके 2 हफ्ते पांच दिन बाद ही उसके शरीर को छलनी कर दिया गया. अशरफ ने कहा था कि उनकी हत्या के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और सीएम तक लेटर पहुंच जाएगा. लेकिन पहुंच कैसे जाएगा ये भी एक सवाल है. फिलहाल वो लोग डरे होंगे जिनसे कभी न कभी अतीक का राब्ता रहा होगा. फिलहाल सीएम योगी तक सीधे पत्र पहुंचाना भी बड़ा टास्क है.

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