बांदा की युवती से छतरपुर में दुष्कर्म की कोशिश, विरोध करने पर चलती ट्रेन से फेंका; स्थित काफी गंभीर
युवती ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि वह बुधवार को अपने घर बांदा वापस रही थी। दरियागंज गांव स्टेशन से ललितपुर-खजुराहो-महोबा में बैठी, जो खजुराहो में 1 घंटे खड़ी रही इसके बाद फिर ये ट्रेन खजुराहो से महोबा की ओर चली। ट्रेन पूरी खाली थी तभी स्टेशन से एक युवक बोगी में चढ़ा। जैसे ही ट्रेन चलने लगी वह अश्लील बातें करने लगा।
जब मैंने ध्यान नहीं दिया तो वह उठकर मेरे पास आ गया और छूने लगा। विरोध करने पर भी नहीं माना तो मैंने उसे थप्पड़ जड़ दिया। वह जबरदस्ती करने लगा तो मैंने खुद को छुड़ाया और दूसरे डिब्बे की तरफ भागी पर वह भी खाली था। उसके बाद वाले डिब्बे में भी कोई नहीं था। उसने पीछे से आकर मुझे पकड़ लिया। मैंने उसकी उंगलियां चबा डालीं, जिससे वह तिलमिला उठा और मुझे लात-घूंसों से मारना शुरू कर दिया। ट्रेन से फेंकने की कोशिश की तो मैंने गेट के पाइप पकड़ लिए। करीब 15 मिनट तक मैं उसकी मार झेलती रही लेकिन आखिरकार उसने जोरदार धक्का देकर ट्रेन से बाहर फेंक दिया। इसके बाद मैं बेहोश हो गई थी।
ट्रेन से फेंकी गई युवती ने पुलिस को बताया कि वह पिछले 9 माह से लगातार छतरपुर के बगेश्वरधाम आ रही थी। यहां 21 मंगलवार हाजिरी लगानी थी, जो इस मंगलवार को पूरी हो गई थी।