पाकिस्तानः गिलगित-बाल्टिस्तान के पहाड़ी क्षेत्र में एवलांच, 10 लोगों की मौत, कई घायल
इस्लामाबाद. पाकिस्तान के गिलगित-बाल्तिस्तान क्षेत्र में हुए हिमस्खलन में करीब 10 लोगों की मौत हो गई है, जिसमे 3 महिलाएं भी शामिल हैं. पुलिस के मुताबिक पहाड़ी क्षेत्र के अस्तोर जिले में हुई इस हादसे में 25 लोग बुरी तरह से घायल भी हुए हैं. स्थानीय लोगों की मदद से बचाव कार्य शुरू किया गया था. बाद में सेना के जवान इस अभियान में शामिल हुए. घायलों का अस्तोर जिला मुख्यालय स्थित अस्पताल में इलाज चल रहा है, जहां 12 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है. बचाव अधिकारियों ने बताया है कि गुर्जर परिवार के 25 लोग लोग अपने मवेशियों के साथ पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से अस्तोर की ओर जा रहे थे तभी वे हिमस्खलन की चपेट में आ गए.
दुर्गम इलाका होने से बचाव अभियान में मुश्किल
वहीं, दियामेर-अस्तोर क्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक, तुफैल मीर का कहना है कि चूंकि इलाका बहुत दुर्गम है, इसलिए बचाव दल को वहां तक पहुंचने में मुश्किलें पेश आ रही हैं. उन्होंनें बताया कि पाकिस्तानी सेना की उत्तरी क्षेत्र फोर्स कमांड की टुकड़ी ने बचाव अभियान के लिए हेलिकॉप्टर, राहत सामग्री और चिकित्सकीय सहायता मुहैया करवाई है. लेकिन खराब मौसम की वजह से उसे भेजा नहीं जा सका है.
बचाव दल प्रभावित इलाके में कार्य करने में जुटा
अधिकारियों ने बताया कि पूरे अभियान पर करीब से नजर रखी जा रही है. साथ ही अस्तोर जिला मुख्यालय अस्पताल और स्कार्दू सैन्य अस्पताल में इमरजेंसी लागू कर दी गई है. मुख्य सचिव मोहीउद्दीन वानी ने कहा है कि बचाव दल प्रभावित इलाके में कार्य करने में जुटा है. गिलगित-बाल्तिस्तान के मुख्यमंत्री खालिद खुर्शीद ने घटना में लोगों की मौत पर गहरा खेद जताते हुए स्थानीय अधिकारियों को तुरंत बचाव अभियान शुरू करने के निर्देश दिए.
पीएम शाहबाज ने जलवायु परिवर्तन को बताया हादसे का कारण
इसके अलावा सीएम ने आंतरिक सचिव और गिलगित-बाल्तिस्तान आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के महानिदेशक सहित अन्य अधिकारियों को घटना की तुरंत जांच के निर्देश दिए हैं. प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने एक ट्वीट करते हुए हिमस्खलन में लोगों की जान जाने की घटना पर गहरा खेद प्रकट किया. साथ ही उन्होंनें यह भी लिखा की जलवायु परिवर्तन की वजह से पाकिस्तान में इस तरह की घटनाएं बहुत बढ़ गई हैं. उन्होंनें कहा कि पाकिस्तान जैसे विकासशील देशों को इस तरह की घटनाओं से बचाने के लिए पूरी दुनिया को अपनी ज़िम्मेदारी निभानी होगी.
दुनिया की 5 चोटियां इसी क्षेत्र में
बता दें कि दुनिया की 14 बड़ी चोटियों में से 5 जिनकी ऊचांई 8000 मीटर है, इसी क्षेत्र में मौजूद हैं. इसके अलावा गिलगित-बाल्तिस्तान में करीब 7000 से ज्यादा ग्लेशियर मौजूद हैं, जहां अक्सर हिमस्खलन, भूस्खलन और हिमनद झील के फटने की घटनाएं होती रहती हैं. 2012 में ही इसी तरह की एक घटना में करीब 128 पाकिस्तानी सैनिक और 11 नागरिकों ने अपनी जान गंवा दी थी. यह घटना स्कार्दू जिले से उत्तरपूर्व में 300 किमी दूर गयानी इलाके में हुई थी जब भारी हिमस्खलन के चलते एक कैंप बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ था.