अवैध रोहिंग्या नागरिकों के विरुद्ध ATS का बड़ा अभियान, 7 को किया गिरफ्तार
यूपी एटीएस ने 7 रोहिंग्या और एक भारतीय दलाल को कानपुर से गिरफ्तार किया है। इनमें चार महिलाएं शामिल हैं। एटीएस के मुताबिक, गिरोह के सदस्य रोहिंग्या नागरिकों को म्यांमार से बांग्लादेश लाकर रोहिंग्या कैम्प में रुकवाते थे। बाद में इन्हें पश्चिम बंगाल, असम या त्रिपुरा की अंतराष्ट्रीय सीमा से भारत में एंट्री करा देते थे।
ATS के मुताबिक, त्रिपुरा सीमा से आए रोहिंग्या को गिरोह के सदस्य ट्रेन से गुवाहाटी लाते थे। गुवाहाटी से इन्हें ट्रेन से पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, कर्नाटक, दिल्ली, यूपी, पंजाब और जम्मू-कश्मीर आदि राज्यो में ले जाया जाता था। भारतीय नागरिक बनवाने के लिए इनके फर्जी दस्तावेज बनवाए जाते थे।
इनके पास से पैन कार्ड, 5 आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, आयुष्मान भारत का कार्ड, ई-श्रम कार्ड, दो डेबिट कार्ड, दो मोबाइल, दो यूएनएचसीआर कार्ड, 12 रेल टिकट और 11,980 रुपये बरामद किए हैं। इन सभी के खिलाफ रविवार को एटीएस थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
एटीएस ने सभी 8 संदिग्धों से की पूछताछ
एटीएस को जानकारी मिली थी कि कुछ लोग बांग्लादेश में रह रहे रोहिंग्या नागरिकों से पैसा लेकर उनको अवैध रूप से सीमा पार कराकर भारत ला रहे हैं। इनमें से कुछ बांग्लादेश से कानपुर आए हैं। इस पर एटीएस की टीम झकरकटी बस अड्डे पहुंची और सभी 8 संदिग्धों से पूछताछ की।
इन लोगों ने बताया, “हम लोग रोहिंग्या नागरिक हैं। बांग्लादेश से सीमा पार करके भारत आए हैं। हम लोगों को दिल्ली जाना है, जहां से जम्मू जाने को बोला गया है।” एटीएस को उनकी तलाशी में कुमारघाट से गुवाहाटी और गुवाहाटी से दिल्ली का रेल टिकट मिला।