पंजाब। जगरांव में सुभाष गेट के नजदीक रहते संजीव शर्मा (52) नामक व्यक्ति का लोहे की रॉड मारकर कत्ल कर दिया गया। आरोपी शहर के नामी जैन परिवार का इकलौता बेटा रिश्व जैन पुत्र राकेश कुमार जैन है। थाना सिटी में कत्ल का मामला दर्ज करके उसे मेन बाजार की एक नामी कपड़े की दुकान से देर शाम गिरफ्तार किया। कत्ल के एक घंटे बाद शव को आरोपी बीच सड़क पर रखने गया था, ताकि पुलिस को सड़क हादसा लगे। रिश्व जैन ने अपने अन्य दो साथियों सहित इस कत्ल की वारदात को अंजाम दिया, जिनके नाम रिश्व की गिरफ्तारी के बाद ही सामने आएगे। एसएसपी देहात नवनीत सिंह बैंस प्रेस वार्ता में मामले की पूरी जानकारी देंगे।
सुभाष गेट के नजदीक अपने मां के साथ मामा संजीव शर्मा के घर रह रही 24 वर्षीय युवती से रिश्व जैन के प्रेम संबंध थे। इसी बात से परेशान होकर रिश्व जैन को परिवार की ओर से काफी समय पहले बेदखल किया गया था। दो दिन पहले रिश्व की प्रेमिका अपनी मां के साथ उनके घर बेरिया मुहल्ला जाकर देर रात तक काफी हंगामा करके आई थी, जिससे खफा होकर रिश्व बुधवार की सुबह साढ़े नौ बजे सीधे प्रेमिका के घर गया और वहां पर प्रेमिका को लेकर दी एक्टिवा, मोबाइल व अन्य सामान की तोड़फोड़ की। इस दौरान घर में मौजूद प्रेमिका के मामा संजीव शर्मा के साथ भी रिश्व की काफी कहासुनी हुई और उसने वहीं पर संजीव को रात तक देख लेने जैसे धमकियां दीं।
रेड वेव सिनेमा में पिछले कई वर्षो से कार्यरत संजीव शर्मा की तलाश में रिश्व बुधवार रात करीब पौने नौ बजे सिनेमा के गेट के अंदर सीसीटीवी में कैद हुआ। इस दौरान जैसे ही संजीव सिनेमा से निकल कर अपने घर जाने लगा तो कुछ ही दूरी पर रिश्व ने अपने साथियों सहित संजीव पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया और वहीं पर उसे लहुलुहान छोड़कर चला गया।
रेड वेव के मालिक आशु बांसल के मुताबिक रिश्व के दोस्तों संग मौके पर से जाने के बाद संजीव ने वहीं सड़क पर दम तोड़ गया जिसे किसी राहगीर ने देखकर 100 नंबर पर पुलिस को सूचित किया और उसका शव एंबुलेंस से सिविल अस्पताल मोर्चरी में रखवाया। पुलिस ने पहले तो इसे सड़क हादसा समझा, लेकिन जब सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए तो सारा भेद खुल गया।
एसएचओ सिटी अमरजीत सिंह ने बताया कि पुलिस ने केवल रिश्व जैन पर ही कत्ल का मामला दर्ज किया है। कत्ल केस में उसके साथ बाकी आरोपी कौन थे उसकी गिरफ्तारी के बाद ही पता चलेगा। बुधवार रात को संजीव शर्मा को रॉड मार कर कत्ल करने वाला रिश्व जैन दुबारा से एक घंटे के भीतर घटनास्थल पर गया, जहां से उसने संजीव के शव को कोठे शेरजंग के रास्ते से उठाकर सड़क के बीचों बीच रख दिया ताकि कोई वाहन ऊपर से गुजरे और पुलिस को शुरुआती जांच में ये सारा मामला एक सड़क हादसे का लगे, लेकिन इस दौरान उसकी तस्वीर सीसीटीवी में कैद हो गई और उसका सारा भेद खुल गया।