किशोरी को अगवा कर एक लाख रुपये में बेचा, महिला और उसका एक साथी गिरफ्तार

कानपुर। नौबस्ता थानाक्षेत्र से पड़ोसी ने किशोरी को अगवा कर राजस्थान में एक लाख रुपये में बेच दिया। उसे खरीदने वाली महिला ने शादी के नाम पर ढाई लाख रुपये में दूसरे को बेच दिया। मौका मिलने पर किशोरी ने वहां से भाग कर परिजनों को सूचना दी, तो वे मदद के लिए नौबस्ता थाने पहुंचे। नौबस्ता पुलिस ने खरीदार महिला और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया।
अपहरणकर्ता और शादी के लिए जिसने खरीदा, उनकी तलाश की जा रही है। नौबस्ता के हंसपुरम इलाके में रहने वाले मजदूर ने तीन अप्रैल को थाने में अपनी 16 साल की बेटी के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। किशोरी के पिता के मुताबिक बेटी घर से कुछ सामान लेने पड़ोस की दुकान गई थी फिर नहीं लौटी।
पड़ोसी सौरभ मिश्रा पर 30 मार्च की शाम अपहरण करने का आरोप लगाया। पांच अप्रैल को बेटी ने लखनऊ में रहने वाले अपने जीजा को फोन कर बताया कि सौरभ ने उसे अगवाकर राजस्थान के जयपुर के अंखुरिया इलाके में सामाजिक फाउंडेशन चलाने वाली महिला को एक लाख रुपये में बेच दिया था। उस महिला ने शादी के नाम पर उसे नागौर जिले में एक अधेड़ को 2.5 लाख रुपये में बेच दिया।
किशोरी को बेचे जाने की जानकारी मिलने के बाद सक्रिय हुई नौबस्ता पुलिस ने एक टीम राजस्थान रवाना की। टीम को किशोरी अंखुरिया इलाके में मिली। किशोरी की निशानदेही पर पुलिस ने प्रेमनगर पुलिया के पास से उसे खरीदने वाली फाउंडेशन संचालक 52 वर्षीय गायत्री और उसके साथी गागर-बाड़ा निवासी हनुमान को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम इन्हें और किशोरी को लेकर बुधवार शाम शहर आई, जहां इनसे पूछताछ जारी है।
नौबस्ता इंस्पेक्टर संतोष कुमार सिंह ने बताया कि किशोरी का अपहरण करने का मुख्य आरोपी सौरभ मिश्रा और उसका परिवार रिपोर्ट दर्ज होने के पहले ही घर से भाग गया है। आरोपी की तलाश में दबिश दी जा रही है। मामले से जुड़े आरोपियों पर मानव तस्करी, दुष्कर्म और षडयंत्र की धाराएं बढ़ाई जाएंगी। किशोरी का मेडिकल कराया जाएगा।