बोरवेल में तीन दिनों से फंसा 10 साल का राहुल बाहर निकलने से बस 3 मीटर दूर, खुद कर रहा रेस्क्यू में मदद
छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के एक गांव में बोरवेल में 80 फीट नीचे फंसे 11 साल के राहुल साहू को 60 घंटे बाद भी नहीं निकाला जा सका है। उसे रोबोट से निकालने के प्रयास विफल हो गए हैं। एनडीआरएफ व अन्य सुरक्षा एजेंसियों की टीम उसे निकालने के प्रयासों में जुटी है। अब 10 फीट की सुरंग खोदी जा रही है। बीच में चट्टान आने से मुश्किल आ रही है।
जांजगीर के पिहरीद गांव में राहुल शुक्रवार को खेलते खेलते सूखे बोरवेल में जा गिरा था। उसके बाद शाम 4 बजे से उसे निकालने के प्रयास जारी हैं। रविवार सुबह 10 बजे बोरवेल में रोबोट उतारा गया, लेकिन वह भी बच्चे को निकालने में विफल रहा। इसके साथ ही बोरवेल के पास में रविवार शाम तक 50 फीट से ज्यादा गहरा गड्ढा खोद लिया गया है, ताकि फंसे बच्चे को निकाला जा सके। इतनी गहराई के बाद नीचे चट्टान आने से पत्थर काट कर सुरंग बनाई जा रही है। इसमें वक्त लग सकता है।
एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीमें जुटीं, पहुंचा रहे ऑक्सीजन
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर जुटी हुई हैं। सीएम भूपेश बघेल ने बच्चे को बचाने के लए अधिकारियों को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। सीएम बघेल ने राहुल के माता-पिता और उसकी दादी से बात की और कहा कि आप बिलकुल चिंता न करें। हम उसे निकालने के पूरे प्रयास कर रहे हैं। गुजरात से आई रोबोटिक्स की टीम के विफल होने पर सीएम बघेल के निर्देश पर कटक, गुजरात, आंध्र प्रदेश से बचाव टीमों को बुलाया गया है।
सांसत में जान, डॉक्टर भी जुटे
हालांकि, बालक को बोरेवल में गिरे आज चौथा दिन है, इसलिए उसकी जान सांसत में है। चिकित्सकों की टीम को भी मौके पर बुला लिया गया, जो बोरवेल के अंदर ऑक्सीजन पहुंचा रहे हैं। बचाव दल उसकी जान बचाने की भरसक कोशिश में है। जानकारों का कहना है कि अभी कुछ घंटे और लगेंगे, उसके बाद ही सुरंग से राहुल तक पहुंचा जा सकेगा।
बच्चे के पिता ने खुदवाया था बोरवेल
बच्चे के पिता लाला राम साहू ने बताया कि यह बोरवेल करीब 80 फीट गहरा है, जो उन्होंने अपने घर के पीछे बने खेत में खुदवाया था। हालांकि, पानी नहीं निकलने पर उसे खुला छोड़ दिया गया।