किसके खून से सना था माफिया अतीक अहमद का दफ्तर? FSL की रिपोर्ट से खुल गया राज
पुलिस कस्टडी में मारे गए माफिया डॉन अतीक के दफ्तर में मिले खून को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है. FSL की ओर से पुलिस को मिली रिपोर्ट में बताया गया है कि यह इंसान का ही खून है. इस मामले में पुलिस ने कुछ ड्रग एडिक्ट को उठाया है. इन ड्रग एडिक्ट्स को चोट भी लगी हुई है. बताया जा रहा है कि ये ड्रग एडिक्ट अतीक के दफ्तर में सरिया चोरी करने और खाने पीने जाते थे.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सड़क से सटे इस दफ्तर में हाल फिलहाल में ज्यादातर मीडियाकर्मी रिपोर्ट करने के लिए आते थे. अतीक से जुड़े लोग यहां पर आएं, इसकी संभावना लगभग न के बराबर है.
नशेड़ी इस दफ्तर में शाम के वक्त आते थे- पुलिस
पुलिस का कहना है की इस खाली पड़े अतीक के दफ्तर में कुछ ऑटो ड्राइवर और शाम के वक्त नशेड़ी बैठते थे. हम ने कुछ नशेड़ियों को पकड़ा है, जिन्हें चोट लगी है. उनसे पूछताछ की जा रही है. पता किया जा रहा है कि कहीं सरिया चोरी करने की कोशिश में तो नशेड़ी अतीक के इस दफ्तर में दाखिल नहीं हुए थे.
हालांकि, ये सब प्रयागराज पुलिस के दावे हैं और इसी एंगल वो तफ्तीश को आगे बढ़ा रहे हैं. मगर, दफ्तर में मिला इंसानी खून है किसका ये अभी पूरी तरह क्लियर नहीं हुआ है, जांच जारी है.
खून से सना दुपट्टा और चाकू मिला था
प्रयागराज के चकिया स्थित अतीक अहमद के दफ्तर में खून के धब्बे, खून से सना दुपट्टा और एक चाकू मिला था. शुरुआती जांच के बाद पुलिस ने बताया था कि खून के धब्बे एक से दो दिन पुराने थे. एफएसएल की रिपोर्ट के बाद यह साफ हो गया है कि ये खून के धब्बे किसी इंसान के ही हैं.
शुरुआत में पुलिस आशंका जता रही थी कि यहां किसी का कत्ल किया गया होगा या किसी ने आत्महत्या की थी. मगर, सवाल यह भी है कि अगर हत्या हुई थी या सुसाइड किया गया था, तो लाश कहां गई. ऑफिस में खून के धब्बे मिलने की जानकारी के सामने आने के बाद अगले दिन यहां से अजीब सी दुर्गंध की बात भी सामने आई थी. मगर, पुलिस को वहां से कुछ खास नहीं मिला.
2017 में चल चुका था यहां बुलडोजर
अतीक के चकिया स्थित इस दफ्तर पर 2017 में प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने बुलडोजर चलाया था. इसके बाद से दफ्तर वीरान पड़ा था, लेकिन यहीं से अतीक अपने गैंग को चला रहा था. उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस ने इसी दफ्तर में छापेमारी की थी. इस दौरान यहां से 72 लाख रुपये कैश, 10 असलहे, 112 कारतूस और छह मोबाइल भी पुलिस ने बरामद किए थे.
गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर छापा मारने पहुंची थी पुलिस
दरअसल, पुलिस ने उमेश पाल की रेकी करने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इसमें अतीक का मुंशी और ड्राइवर शामिल थे. इनकी निशानदेही पर पुलिस ने अतीक के चकिया स्थित इस दफ्तर में छापेमारी की थी. इस दौरान नकदी और हथियार बरामद हुए थे.