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मोटा मुनाफा कमाने का लालच देकर, वेबसाइट के जरिये हड़पे थे एक करोड़ रूपये ,बेंगलुरु से गिरफ्तार हुआ ठग

देहरादून : देहरादून के एक व्यक्ति से वेबसाइट के जरिये मोटा मुनाफा कमाने का झांसा देकर एक करोड़ रुपये की उगाही करने वाले साइबर ठग को उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है.

एसटीएफ एसएसपी आयुष अग्रवाल ने बताया कि 6 मई 2022 को कैंट निवासी आशुतोष भारद्वाज को व्हाट्सएप पर एक मैसेज मिला। यह मैसेज मलेशिया की लीजा नाम के शख्स ने भेजा था। आरोपी ने एक वेबसाइट पर म्यूचुअल फंड में पैसा लगाकर मुनाफा कमाने का झांसा दिया.

एक करोड़ निवेश के बदले एक करोड़ 79 लाख रुपये निकालने का झांसा दिया

आशुतोष भारद्वाज ने 10,000 रुपये से निवेश शुरू किया और 31 अक्टूबर तक उन्होंने एक करोड़ रुपये का निवेश किया।

आरोपी ने उसे धोखा दिया कि एक करोड़ रुपये के निवेश के एवज में उसे एक करोड़ 79 लाख रुपये मिलेंगे, लेकिन उसे कुछ नहीं मिला। इसके बाद भी आरोपी और पैसा लगाने की बात कह रहे थे। ठगी का अहसास होने पर उन्होंने साइबर थाने को सूचना दी।

एसटीएफ ने घटना में इस्तेमाल मोबाइल नंबर और खातों की जानकारी जुटाई। इनमें से एक खाता आरोपी महमीद शरीफ निवासी मार्केट रोड, बड़ा उदीपी, कर्नाटक का मिला। पुलिस टीम ने आरोपी के बारे में जानकारी जुटाते हुए शुक्रवार को उसे बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों के पास से एक लैपटॉप, तीन मोबाइल फोन, 11 डेबिट कार्ड, तीन क्रेडिट कार्ड, पासबुक और कई बैंकों के आधार कार्ड, पेन ड्राइव और ट्रैवल कार्ड बरामद किए गए हैं. आरोपी के खिलाफ पुलिस स्टेशन क्वेंपुनगर, बेंगलुरु और साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन नॉर्थ डिवीजन, बेंगलुरु में धोखाधड़ी के मामले दर्ज किए गए हैं।

 

साइबर ठग ने सीनियर साइकायट्रिस्ट से तीन लाख रुपये ठगे

साइबर ठगों ने राज्य मानसिक स्वास्थ्य संस्थान सेलाकुई के वरिष्ठ मनोचिकित्सक से बिजली बिल जमा कराने के नाम पर तीन लाख रुपये ठग लिये. डॉक्टर ने देहरादून जिले के सहसपुर थाने में मामला दर्ज कराया है. पुलिस साइबर ठगों का सुराग तलाश रही है।

वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. रवींद्र नवानी ने तहरीर में बताया कि उन्हें फोन पर संदेश आया कि दो महीने से उनका बिजली बिल सिस्टम में अपडेट नहीं हो रहा है. जिससे उनका बिजली कनेक्शन काटा जा सकता है। मैसेज के बाद डॉ. नवानी के पास एक साइबर ठग का फोन आया। साइबर ठगों ने खुद को यूपीसीएल कर्मी बताया। उन्होंने कहा कि पुराना बिजली बिल अपडेट नहीं होने के कारण वह अगला बिल नहीं बना पा रहे हैं।

नवानी ने जब बिल जमा करने की बात कही तो ठग ने रसीद का स्क्रीनशॉट मांगा। इसके बाद साइबर ठग ने कहा कि इसके लिए एक एप डाउनलोड करना होगा, उसमें से एक रुपया कट जाएगा और आपका बिजली बिल अपडेट हो जाएगा।

जैसे ही डॉक्टर ने एप डाउनलोड किया उसके खाते से पहले दो लाख रुपये और फिर एक लाख रुपये ट्रांसफर कर दिये गये. इस पर डॉक्टर ने साइबर पुलिस देहरादून से संपर्क किया। जिसके बाद सहसपुर थाने की पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

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