दिल्ली जा रहे ओवैसी के काफिले पर क्यों की गई थी फायरिंग? हमलावरों ने बताई असली वजह
AIMIM के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी इन दिनों यूपी चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं. गुरुवार को जब वह चुनाव प्रचार कर वापस दिल्ली लौट रहे थे तो उनकी गाड़ी पर हमलावरों ने फायरिंग(Attack On Owaisi) कर दी, इस हमले में ओवैसी बाल-बाल बच गए लेकिन सवाल ये उठने लगा कि आखिर चुनावी मौसम में उत्तर प्रदेश के अपराधी क्या इतने भयमुक्त हो गए हैं कि प्रचार करने पहुंच रहे नेताओं को निशाना बनाने लगे हैं.
ओवैसी पर हमले के बाद से सियासत तेज हो गई है, AIMIM ने आज देशभर में प्रदर्शन का ऐलान किया है तो वहीं ओवैसी ने इसे साजिश करार दिया है, उन्होंने इस मामले की निष्पक्ष जांच(Owaisi Demands Probe) की मांग की है. उत्तर प्रदेश पुलिस ने घटना के कुछ ही घंटे बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. शुरुआत में ये पता नहीं चल पा रहा था कि आखिर आरोपियों ने ओवैसी की गाड़ी को निशाना क्यों बनाया. अब पुलिस ने इस मामले में जिन दो आरोपियों सचिन और शुभम को गिरफ्तार किया है, उन्होंने इसकी वजह बताई है.
तो इस वजह से की फायरिंग
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने कहा कि वह असदुद्दीन ओवैसी की बयानबाजी से गुस्से में थे. इसकी वजह से उन्होंने गोली चलाई. हमले से पहले उन्होंने प्लानिंग की थी कि भीड़ से बचने के लिए थाने चले जाएंगे, दोनं वैचारिक तौर पर बेहद कट्टर हैं. बता दें कि यूपी चुनाव प्रचार में जुटे ओवैसी अपने बयान से हमेशा सुर्खियों में रहते हैं, हालांकि ऐसा पहली बार हुआ जब उनके बयान को लेकर किसी ने उन पर हमले(Attack On Owaisi) की कोशिश की हो. पूरा मामला हापुड़ के छिजारसी टोल प्लाजा का है, जब मेरठ के कितापुर से ओवैसी चुनाव प्रचार कर लौट रहे थे.
ओवैसी की गाड़ी पर फायरिंग
उसी दौरान 3-4 लोगों ने ओवैसी की गाड़ी को निशाना बनाते हुए टायर पर फायरिंग (Firing On Owaisi Car) की जिससे टायर पंक्चर हो गया. इसके बाद असुद्दीन ओवैसी को गाड़ी बदलकर वहां से किसी तरह निकलना पड़ा. मौके पर हथियार छोड़कर आरोपी फरार हो गए, हालांकि बाद में पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया. बता दें कि हर पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर जोर-शोर से प्रचार में जुटी हैं. 10 फरवरी को पहले चरण की वोटिंग होगी, कुल सात चरणों में वोटिंग के बाद 10 मार्च को वोटों की गिनती की जाएगी.