जब कोर्ट में सीएम केजरीवाल खुद बन बैठे वकील, कोर्ट को बताया क्या है ‘शराब घोटाला’, किसे मिले पैसे
नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की ईडी कस्टडी एक अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। इससे पहले रिमांड अवधि खत्म होने के बाद उन्हें राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। विशेष न्यायाधीश कावेरी बवेजा की अदालत में सीएम अरविंद केजरीवाल ने खुद अपनी दलील रखी। उन्होंने बताया कि दिल्ली शराब घोटाला क्या है और किसे पैसे मिले…
वहीं, ईडी की तरफ से पेश हुए एएसजी एसवी राजू ने रिमांड आवेदन पढ़ते हुए कहा कि केजरीवाल के बयान दर्ज किए गए हैं, लेकिन उनसे और बयान लेने हैं। साथ ही जब्त किये गए डिजिटल डेटा केआ भी परीक्षण करना है।
केजरीवाल ईडी के साथ पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं और उनके अधिवक्ता आईटीआर की जानकारी नहीं दे रहे हैं। ईडी ने कोर्ट से 7 दिन रिमांड बढ़ाने की मांग की। कोर्ट ने ईडी से सात दिन में रिकॉर्ड किये गए बयान दिखाने को कहा।
मेरे खिलाफ कोई सबूत नहींः केजरीवाल
केजरीवाल की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश गुप्ता ने जज से केजरीवाल को अपनी बात रखने की अनुमति मांगी। इसके बाद सीएम केजरीवाल ने अपनी बात रखी।
उन्होंने कहा यह मामला दो साल से चल रहा है, मुझे गिरफ्तार किया गया है, लेकिन मेरे खिलाफ कोई सुबूत नहीं है। सीबीआई ने 31 हजार दस्तावेज पेश किए।
मुझ पर क्या आरोप है कि किसी ने कहा कि मेरी मौजूदगी में मनीष सिसोदिया ने आबकारी नीति के दस्तावेज दिए। मेरे आवास पर कई विधायक आते हैं, क्या एक मौजूदा सीएम को गिरफ्तार करने का यह आधार हो सकता है।
मेरा नाम लेने के बाद आरोपी को मिली जमानत: केजरीवाल
उन्होंने कहा कि आरोपित अपना बयान देते हैं, लेकिन उनके बार-बार बयान लिए गए और जब मेरे खिलाफ बयान देते हैं, तो फिर उन्हें जमानत मिल गई।
एक आरोपित ने छह बयान में मेरे खिलाफ नहीं बोला, जब सातवें बयान में मेरे खिलाफ दिया तो उसे जमानत दे दी गई। केजरीवाल ने कहा कि 30 हजार पेज एकत्रित किए, लेकिन इसे अदालत के सामने नहीं पेश किया गया।
शरथ रेड्डी ने 55 करोड़ रुपये इलेक्टोरल बॉन्ड दिए: केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के एक जज ने अपने एक निर्णय में कहा कि 100 करोड़ रुपये रिश्वत लेना संदेहास्पद है। ऐसे में यह तो अभी तय ही नहीं है। उन्होंने कहा आबकारी घोटाला ये है कि ईडी पूरे देश के सामने ये बताए कि आप ने घोटाला किया। शरथ रेड्डी ने मेरे खिलाफ बयान देने के बाद 55 करोड़ रुपये इलेक्टोरल बांड के जरिए भाजपा को दिया।
वहीं केजरीवाल की तरफ से पेश अधिवक्ता ने कहा कि हम रिमांड का विरोध नहीं कर रहे हैं, ईडी जितने दिन चाहे केजरीवाल को रख सकती है।
100 करोड़ रुपये मांगने के हमारे पास सबूत: ईडी
ईडी के पक्ष में एएसजी एसवी राजू ने कहा कि हमारे पास सामग्री है कि केजरीवाल ने 100 करोड़ के रिश्वत की मांग की। केजरीवाल ने कई बड़े अधिवक्ता खड़े किए, क्या आम आदमी ऐसा कर सकता है? उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने अब तक मोबाइल का पासवर्ड नहीं दिया। जिसके कारण डिजिटल डेटा का परीक्षण नहीं कर पाए।