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ओवेरियन सिस्ट क्या है? जानें कारण, लक्षण और उपाय

दिल्ली। मां बनना किसी भी महिला के लिए अनमोल और अहम पल होता है। इसके लिए महिलाएं 9 महीने तक गर्भ में अपने बच्चे को पालती हैं। इस दौरान मां को अपना और अपने बच्चे का विशेष ख्याल रखना पड़ता है। हालांकि, 9 महीने के बाद अगर किसी महिला को पता चले कि वह गर्भवती नहीं है। उसके पेट में बच्चा नहीं, बल्कि कोई और चीज है, तो उस महिला पर मानो पहाड़ टूट जाता है। कुछ ऐसा ही लंदन की रहने वाली 21 वर्षीय होली वेल्हम के साथ हुआ है। ख़बरों की मानें तो होली वेल्हम ने 9 महीने तक अपने बच्चे को जन्म देने का इंतजार किया, लेकिन जब अल्ट्रासाउंड कराया गया तो डॉक्टर और होली के होश उड़ गए। इससे पता चला कि होली प्रेग्नेंट नहीं थी, बल्कि होली ओवेरियन सिस्ट से पीड़ित थी। आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-

ओवेरियन सिस्ट

डेली स्टार की मानें तो 21 वर्षीय होली रिलेशनशिप में रहती है। तकरीबन 7 महीने पहले होली का पेट बढ़ने लगा। उस समय होली को लगा कि वह प्रेग्नेंट है। इस वजह से उसके पेट का आकर बढ़ रहा है। इस दौरान होली को मितली भी आती थी। अक्सर प्रेग्नेंट होने के बाद महिलाओं को मितली आती है और उल्टी होती है। होली के साथ यह सब हो रहा था। होली निश्चित हो गई कि वह प्रेग्नेंट है। इसके बाद वह अपना खूब ख्याल रखने लगी। साथ ही 9 महीने तक इंतजार भी की। 9 महीने पूरे होने पर होली की मितली आने लगी, तो उसने तुरंत डॉक्टर से सलाह ली। तब डॉक्टर ने होली का अल्ट्रासाउंड कराया। इसमें पता चला कि होली प्रेग्नेंट नहीं है, बल्कि ओवेरियन सिस्ट से पीड़ित है। यह सिस्ट आकर में बड़ा था। इस वजह से डॉक्टर ने तत्काल ऑपरेशन कराने की सलाह दी। इसके बाद डॉक्टर ने सर्जरी के जरिए 27 सेमी से बड़ा ओवेरियन सिस्ट निकाला।

क्या है ओवेरियन सिस्ट

डॉक्टर्स की मानें तो ओवरी या उसकी सतह पर द्रव से भरे थैले होते हैं। जब सतह पर द्रव्य से भरी थैली हो जाती है। इस थैली को ही ओवेरियन सिस्ट कहा जाता है।ओवेरियन सिस्ट दो प्रकार के होते हैं। बड़े आकार के ओवेरी सिस्ट से महिलाओं को दिक्कत होती है। ओवेरियन सिस्ट होने के कारण हार्मोनल समस्याएं, एंडोमेट्रियोसिस, गर्भावस्था में समस्या, गंभीर पैल्विक संक्रमण हैं। वहीं, बड़े आकार के ओवेरी सिस्ट का ऑपरेशन कर बाहर निकाला जाता है।

ओवेरियन सिस्ट के लक्षण

-पेट फूलना

-मल त्याग में परेशानी

-पेल्विक दर्द

-जांघ में दर्द

-स्तन में चिकनापन

-मितली और उल्टी होना

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

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