ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे पर दुर्घटनाग्रस्त हुए बोलेेरो वाहन के चालक के पास न तो वाहन का परमिट था और न ही वाहन का टैक्स जमा था। चारधाम यात्रा की सख्त चेकिंग के दावों के बीच बिना ग्रीन कार्ड ही यह वाहन कैसे उत्तरकाशी पार कर गया, यह सबसे बड़ा सवाल है।
चारधाम यात्रा में परिवहन विभाग चाक चौबंद व्यवस्थाएं होने का दावा कर रहा है। यह भी सख्त निर्देश हैं कि कोई भी वाहन बिना ग्रीन कार्ड भद्रकाली से आगे नहीं जा सकता है। बुधवार को बोलेरो वाहन बिना परमिट और बिना टैक्स जमा किए हुए ही यहां से निकल गया। वाहन का परमिट नौ मार्च 2021 को एक्सपायर हो चुका है जबकि टैक्स 30 नवंबर 2021 तक ही जमा है।
वाहन एप की जानकारी के मुताबिक, वाहन का इंश्योरेंस 22 सितंबर 2022 तक है और प्रदूषण 20 सितंबर 2022 तक है। कागजात पूरे न होने की वजह से वाहन को ग्रीन कार्ड जारी नहीं हो सकता। बुधवार को ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे पर कोटी गाड़ में दुर्घटनाग्रस्त बोलेरो भद्रकाली में चेक पोस्ट पर वाहनों की चेकिंग के बावजूद आगे चला गया।
बिना परमिट के बोलेरो वाहन भद्रकाली से आगे कैसे निकला। इसके बाद टिहरी, उत्तरकाशी तक भी किसी ने जांच की जहमत क्यों नहीं उठाई, इस पर सवाल उठने लाजमी है। नियम के अनुसार कोई भी वाहन चालक बिना परमिट के सवारियों को नहीं बैठा सकता है। बावजूद इसके दुर्घटनाग्रस्त बोलेरो हाईवे पर कैसे दौड़ रही थी।
भद्रकाली में वाहनों को रोकने की मनाही है, क्योंकि वहां जाम लग रहा था। सुबह चार बजे से पहाड़ के लिए एंट्री शुरू हो जाती है। इसी दौरान सुबह किसी वक्त वह वाहन चकमा देकर निकल गया। यह बात सच है कि वाहन चालक के पास ग्रीन कार्ड नहीं था।
-सुनील शर्मा, आरटीओ प्रवर्तन, देहरादून
दुर्घटनाग्रस्त बोलेरो वाहन का फिटनेस पांच मई को हुआ है। हो सकता है वाहन स्वामी ने परमिट के लिए आवेदन किया हो। दुर्घटनाग्रस्त वाहन का बीमा, टैक्स और प्रदूषण नवंबर 2022 तक का है। चेक पोस्ट पर चारधाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों की अधिक चेकिंग की जा रही है। हो सकता है चेक पोस्ट पर पूछताछ के दौरान वाहन चालक ने ट्रेकिंग दल के उत्तरकाशी जाने की बात कही हो।
– चक्रपाणि मिश्रा, एआरटीओ