वृंदावन में श्रद्धा के नाम पर धोखा, फर्जी सिक्योरिटी ग्रुप के दो सदस्य दबोचे गए

न रजिस्ट्रेशन, न अनुमति—‘VIP सुविधा’ के नाम पर सोशल मीडिया पर चल रहा था ठगी का धंधा
वृंदावन | श्रीबांके बिहारी मंदिर में वीआईपी दर्शन करवाने का झांसा देकर श्रद्धालुओं से पैसे वसूलने वाले एक फर्जी बाउंसर ग्रुप का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने इस मामले में दो युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
इन दोनों का संबंध एक खुद को ‘माधव बाउंसर ग्रुप’ बताने वाले संगठन से था, जो न तो कहीं रजिस्टर्ड था और न ही इसकी कोई आधिकारिक मान्यता थी।
सोशल मीडिया पर बनाते थे भरोसा
पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि यह गिरोह सोशल मीडिया — खासकर फेसबुक और इंस्टाग्राम — के जरिए प्रचार करता था कि वह श्रद्धालुओं को वीआईपी दर्शन की सुविधा दिला सकता है। इसके लिए ये लोग मोटी रकम वसूलते थे।
गिरोह के सदस्य खुद को सिक्योरिटी से जुड़े लोग बताकर श्रद्धालुओं को सीधे मंदिर परिसर तक ले जाते और वहां जबरन दर्शन करवाते। कई बार उन्होंने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किया ताकि और लोग भी झांसे में आ सकें।
गिरफ्तार हुए आरोपी
पुलिस ने इस मामले में कोसीकलां थाना क्षेत्र निवासी रोहित (पुत्र डाल चन्द्र) और मथुरा के हाईवे थाना क्षेत्र के सौंखरोड निवासी लक्की उर्फ छोटू (पुत्र जगदीश) को गिरफ्तार किया है।
दोनों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
एसएसपी के आदेश पर एफआईआर दर्ज की गई है और मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। यह भी देखा जा रहा है कि इस नेटवर्क से और कौन-कौन लोग जुड़े हुए हैं और अब तक कितने श्रद्धालुओं को ठगा गया है।