फर्जी डिग्री और डिप्लोमा छापकर बेचने वाले हुए गिरफ्तार, मामले की जानकारी होने पर खुद हैरान हो गई थी नोएडा पुलिस
नोएडा पुलिस ने रविवार को सेक्टर-63 में फर्जी डिग्री और डिप्लोमा बेचने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया। यह गिरोह 20 से 80 हजार रुपये तक में एमबीए, एमटेक आदि की फर्जी डिग्री और डिप्लोमा बेचता था। पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। एडीसीपी सेंट्रल जोन साद मियां ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि सेक्टर-63 के बी-44 स्थित इमारत में फर्जी मार्कशीट, डिप्लोमा और डिग्री बेचने का धंधा चल रहा है।
पुलिस ने छापा मारकर वहां से दो अभियुक्तों आनंद शेखर और चिराग शर्मा को गिरफ्तार किया। इनके पास से पुलिस ने 85 फर्जी मार्कशीट, सात खाली अंक तालिका शीट, आठ फर्जी मोहर, 33 मोबाइल फोन, 14 कंप्यूटर और 55 सिम बरामद किए हैं। इनके पास से वर्ष 2000, 2002 तक की पुरानी फर्जी डिग्री और डिप्लोमा भी मिले हैं।
गूगल पर करते थे विज्ञापन
सेक्टर-63 थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी सोशल मीडिया पर गूगल के माध्यम से विज्ञापन देते थे। इसके लिए प्रतिदिन के हिसाब से यह भुगतान करते थे। इन विज्ञापनों में वह डिग्री और डिप्लोमा का लालच देकर लोगों को अपने झांसे में फंसाते थे और एक बार फोन आने या विज्ञापन पर क्लिक करने के बाद वह खुद ही उनसे संपर्क करते थे और उन्हें ठगी का शिकार बनाते थे।
इसके अलावा वह कोचिंग संस्थानों, कालेजों आदि से भी छात्र-छात्राओं के बारे में जानकारी जुटाकर उन्हें फोन करते थे और उन्हें कम पैसे और कम मेहनत में डिग्री और डिप्लोमा उपलब्ध कराने का झांसा देते थे। इसके लिए वह खुद को विद्या भारती इंस्टीट्यूट और एम्पिरियल इंस्टीट्यूट का संचालक बताते थे, जबकि इस नाम से उन्होंने कोई इंस्टीट्यूट नहीं था।
बेंगलुरु में भी चला चुके गिरोह
पुलिस ने बताया कि नोएडा से पहले बेंगलुरु में इसी तरह से लोगों को डिप्लोमा और डिग्री बेचने का धंधा किया गया था। बेंगलुरु में जनवरी 2022 में आनंद शेखर को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वहां से जमानत मिलने के बाद मार्च 2022 में उसने नोएडा में आकर अपना यह धंधा फिर से प्रारंभ कर दिया था।
ये हैं आरोपी
– आनंद शेखर निवासी फ्लैट न. 5083 टावर न.-06 अजनारा क्रासिंग रिपब्लिक, गाजियाबाद, मूल पता- वी-16 मौर्या नगर निकट अनीशावाद थाना अनीशावाद, पटना, बिहार
– चिराग शर्मा निवासी भूरा की चक्की कैलाशपुरी, बुलंदशहर, हाल पता- गली न.-5 ममूरा, नोएडा
एक आरोपी गाजियाबाद निवासी
गाजियाबाद निवासी आरोपी आनंद शेखर ने खुलासा किया है कि वह पिछले दस साल से फर्जी मार्कशीट, डिग्री और डिप्लोमा बेचने का काम कर रहे हैं और इस दौरान वह हजारों लोगों को यह उपलब्ध करा चुके हैं। इनसे पूछताछ कर इस संबंध में और जानकारी जुटाई जा रही है कि उन्होंने किन-किन लोगों को यह फर्जी डिग्री-डिप्लोमा उपलब्ध कराये है। फर्जी डिग्री और डिप्लोमा लेने वालों को भी पुलिस अपनी जांच में शामिल करेगी।