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अवैध संबंधों में रोड़ा बनने पर पत्नी ने प्रेमी से मिलकर कराई थी हत्या

यूपी के अमरोहा में पुलिस ने ट्रक ड्राइवर की हत्या में बेहद चौंकाने वाला खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि अवैध संबंधों के चलते ट्रक ड्राइवर की पत्नी ने ही प्रेमी गैस एजेंसी संचालक की मदद से पति की हत्या करवाई. इसके लिए उन्होंने 2 लाख रुपये पर भाड़े के हत्यारों को हायर किया था. पुलिस ने मामले में ट्रक ड्राइवर की पत्नी और उसके आशिक गैस एजेंसी संचालक समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है.

मृतक ट्रक ड्राइवर का नाम कुलदीप शर्मा था. गैस एजेंसी संचालक ने उसकी हत्या करवाने के लिए भाड़े के हत्यारों को 50 हजार रुपये एडवांस दिए थे. बाकी रकम काम पूरा होने के बाद दी जानी थी. सुपारी किलर्स ने 9 जनवरी को रात के समय ट्रक चालक को कार और बाइक से रौंदकर मार डाला. फिर उसका शव सड़क किनारे फेंक दिया.

मृतक के पिता के मुताबिक, ट्रक चालक कुलदीप शर्मा (42 वर्ष) नौ जनवरी की दोपहर बाद करीब तीन बजे घर से लापता हो गया था. रात पौने नौ बजे ग्राम प्रधान आरिफ ने खबर दी थी कि कुलदीप का शव उझारी मार्ग किनारे नवादा तालाब के पास पड़ा है. मौके पर पहुंचे तो शव सड़क किनारे पड़ा मिला. पीठ पर किसी टायर से कुचलने के निशान थे. पैर में जूते नहीं थे. काफी तलाश के बाद थाना सैदनगली के कुआंडाली लिंक मार्ग किनारे नव निर्मित हाईवे से करीब 200 मीटर की दूर पर कुलदीप का जूता और खून पड़ा मिला.

पोस्टमार्टम के बाद शव को लेकर परिजन कस्बे की चौकी के सामने पहुंचे और जाम लगा दिया. आशंका जताई कि कुआंडाली लिंक मार्ग किनारे कुलदीप की हत्या के बाद शव को नवादा तालाब के पास लाकर फेंका गया था. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शरीर पर अनगिनत चोट लगने की वजह से कुलदीप की मौत की बात कही गई.

शक के आधार पर पुलिस ने कुलदीप की पत्नी लता शर्मा समेत कई लोगों से पूछताछ की. थानाध्यक्ष ने बताया कि जांच-पड़ताल के दौरान सामने आया कि लता के अवैध संबंध गैस एजेंसी संचालक नरेंद्र से थे. कुलदीप इसी एजेंसी पर ट्रक चलाता था. अवैध संबंध के बारे में पता लगने पर कुलदीप पत्नी लता से मारपीट करता था. लता ने आशिक नरेंद्र के संग मिलकर कुलदीप को रास्ते से हटाने की योजना बना ली.

रहरा थाना क्षेत्र के गांव तरौली निवासी कपिल नागर, आदमपुर थाना क्षेत्र के गांव दरियापुर तुगन निवासी ऋषिपाल, कासमपुर जुनूबी निवासी विजय को दो लाख रुपये में कुलदीप की हत्या करने के लिए तैयार किया गया. 50 हजार एडवांस दे दिए गए. नौ जनवरी को लता ने कुलदीप को ट्रक खरीदने के बहाने गजरौला भेज दिया. रास्ते में उसे कपिल, ऋषिपाल और विजय मिले. ऋषिपाल और विजय कुलदीप को लेकर कार में बैठ गए. कपिल बाइक पर था. वापसी में उझारी में शराब पिलाने के बाद ऋषिपाल ने सैदनगली लिंक मार्ग पर कार मोड़ दी. रास्ते में कुलदीप की कार से कुचलकर हत्या कर दी. उसके ऊपर बाइक भी चढ़ाई गई. हत्या को दुर्घटना का रूप देने के लिए शव को उझारी मार्ग पर नवादा पुलिया के पास डाल दिया गया.

पुलिस को शुरू से ही था लता पर शक

पुलिस को शुरू से ही कुलदीप की पत्नी लता पर शक था. पुलिस उसकी हर गतिविधि पर नजर हुए थी. उसके मोबाइल की काल डिटेल भी निकाली गई. इसके आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई. थाना अध्यक्ष रामप्रकाश शर्मा ने बताया कि लता शर्मा, नरेंद्र, कपिल नागर और ऋषिपाल को गिरफ्तार कर लिया गया है. इनके पास से बाइक भी बरामद हुई है. इसी बाइक से कुलदीप को रौंदा गया था.

तीन बच्चों की जिंदगी हुई बर्बाद

कुलदीप की मौत और उसकी हत्या के आरोप में पत्नी लता के जेल जाने के बाद तीन बच्चों की जिंदगी बर्बाद हो गई है. परिवार में कोई भी बच्चों के पालन-पोषण करने वाला नहीं बचा है. बतााया जा रहा है कि लता की शादी 19 वर्ष पूर्व कुलदीप के संग हुई थी. कुलदीप ट्रक ड्राइवर था. वह नशे का आदी था. काम पर भी कम ही जाता था. इसी बीच वह ढवारसी कस्बा निवासी नरेंद्र की गैस एजेंसी पर ट्रक चलाने लगा. घर आने-जाने के दौरान करीब चार वर्ष पूर्व नरेंद्र और लता के अवैध संबंध हो गए. कुलदीप उनके रास्ते में बाधक बना हुआ था इसलिए उसे हटाने के लिए मर्डर का प्लान तैयार किया गया. उधर, बताया जा रहा है कि ट्रक चालक कुलदीप का बीमा था. पत्नी को यकीन था कि हादसे में मौत दिखाने की वजह से वह बीमा क्लेम आसानी से हड़प लेगी.

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