शोहदों ने छेड़छाड़ कर किया था दुष्कर्म का प्रयास, सुनवाई न करने वाले इंस्पेक्टर और दारोगा निलंबित
लखनऊ में काकोरी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की निवासी दो सगी बहनों से बाइक सवार शोहदों ने 25 जून को छेड़खानी की थी। इसका विरोध करती हुई दोनों बहनें बदमाशों से भिड़ गई थीं और उनका मोबाइल भी छीन लिया था। पीड़िताओं ने पुलिस से शिकायत भी की लेकिन पुलिस ने न तो केस दर्ज किया और न ही कोई कार्रवाई की। डर के कारण दोनों बहनों ने स्कूल जाना ही छोड़ दिया। परिवारीजनों की शिकायत पर उच्चाधिकारियों के निर्देश पर मंगलवार को पुलिस ने केस दर्ज किया गया।
इस मामले में बुधवार को पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने दक्षिणी जोन के अधिकारियों से जांच करने को कहा। शुरूआती जांच में कार्रवाई में एक सप्ताह की देरी करने की लापरवाही पायी गई। इस मामले में काकोरी के इंस्पेक्टर जितेंद्र बहादुर सिंह व चौकी प्रभारी अभिमन्यू को निलंबित कर दिया है। वहीं जांच का आदेश दिया है।
काकोरी कोतवाली क्षेत्र के एक निजी स्कूल में दो सगी बहने दसवीं और बारहवीं कक्षा की छात्राएं हैं। छात्राओं ने बताया कि 25 जून की रात करीब नौ बजे दोनों दादी को खाना देने के लिए गांव के ही बाहर दूसरे मकान जा रही थीं। तभी रास्ते में बाइक सवार दो अज्ञात बदमाशों ने उन्हें पीछा कर रोक लिया और अश्लील हरकतें करते हुए हाथ पकड़कर खींचने का प्रयास किया।
दोनों छात्राएं बदमाशों से भिड़ गईं और सड़क पर गिरने से दोनों छात्राएं मामूली रूप से घायल हो गई थीं। लेकिन हिम्मत दिखाते हुए एक बदमाश का मोबाइल छीन लिया। छात्राओं की चीख सुनकर स्थानीय लोग दौड़े तो बदमाशों ने शिकायत करने पर अगवाकर जान से मारने धमकी दी और भाग गए। छात्राओं ने घर पहुंचकर परिवारीजनों को आपबीती सुनाई। परिवारीजन छात्राओं को लेकर रात में ही काकोरी थाने पहुंचे और लिखित शिकायत दी लेकिन पुलिस ने केस नहीं दर्ज किया।
इसके बाद उच्चाधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई तो फटकार के बाद काकोरी पुलिस ने दी गई तहरीर के आधार पर केस पंजीकृत कर बदमाशों के पास से मिले मोबाइल के आधार पर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
लापरवाह इंस्पेक्टर व चौकी प्रभारी निलंबित
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने दक्षिणी जोन के अधिकारियों से जवाब तलब किया। वहीं प्राथमिक जांच करने का आदेश दिया। बुधवार शाम को शुरूआती जांच की रिपोर्ट अधिकारियों ने पुलिस कमिश्नर को पेश की। जिसके बाद तत्काल इंस्पेक्टर काकोरी जितेंद्र बहादुर सिंह और चौकी प्रभारी अभिमन्यू को निलंबित कर दिया गया। एडीसीपी दक्षिणी राजेश श्रीवास्वत के मुताबिक दोनों शुरूआती जांच में दोषी पाये गये हैं। उनके खिलाफ विस्तृत जांच की जा रही है।