लोन देने के नाम पर कंपनी का मेनेजर करता था ठगी, पुलिस ने दबोचा
दादरी। सुपर निधि फाइनेंस कंपनी के नाम से रोजाना रकम जमा कर लोन देने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले कंपनी निदेशक को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने पत्नी के साथ मिलकर 500 से ज्यादा लोगों को निशाना बनाया था और उन लोगों के साथ करोड़ों की ठगी की थी।
कस्बे की नहर बाईपास पर सुपर निधि फाइनेंस के नाम से एक कंपनी खुली थी। कंपनी में रोजाना रुपये जमा करने पर तीन महीने बाद जमा रकम का तीन गुना लोन देने का प्रावधान था। मगर कुछ ग्राहकों को कंपनी ने लोन दे दिया। इसके बाद अधिक संख्या में लोग कंपनी की तरफ आकर्षित हो गए। कंपनी पर 80 लाख रुपये से अधिक की रकम लोगों ने जमा कर दी।
इसके बाद कंपनी निदेशक मांगेराम निवासी उपरालसी थाना जारचा फरार हो गया। कंपनी के आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि रात के समय ही ट्रकों के माध्यम से कंपनी का सामान भरकर फरार हो गया था। एस एच ओ दादरी उमेश बहादुर सिंह ने बताया कि रोजाना रुपये जमा करने के लिए कंपनी में खाते खोले थे। इसके बाद कंपनी निदेशक फर्जीवाड़ा कर फरार हो गया था।
100 से लेकर 1000 रुपये रोजाना जमा करवाते थे
पीड़ित कोसिन्दर कुमार ने बताया कि आरोपी मांगेराम और उसकी पत्नी शशि ने मिलकर एक फाइनेंस कंपनी खोली थी। इन लोगों ने आर्य नगर पेट्रोल पंप के पीछे दादरी में इसका ऑफिस बनाया था। कंपनी में काम के लिए सैलेरी पर एजेंट को रखा और इनके जरिए ही लोगों से पैसे इकट्ठे कराए जाते थे। इस दौरान आम लोगों से 100 से लेकर 1000 रुपये रोजाना खाते में जमा कराए जाते थे।
ज्यादा पैसा जमा होने पर बंद की कंपनी
लोगों को उनके पैसे पर ज्यादा ब्याज देने का लालच देकर उनके पैसे खाते में जमा कराता था। पीड़ित ने बताया कि कुछ दिन इसने लोगों के पैसे वापस भी किए, लेकिन जब इसके पास पैसा ज्यादा जमा हो गया तो कंपनी को बंद कर फरार हो गया। इसके बाद लोगों ने कंपनी एजेंटों से पैसा मांगना शुरू कर दिया, जिस पर एजेंट और अन्य लोगों ने इस मामले की शिकायत पुलिस से की ।