अपराधनई दिल्ली

बुल्ली बाई ऐप मामले का मुख्य मास्टर माइंड नीरज बिश्नोई असम से गिरफ्तार

Bulli Bai Case Latest Update Today:  दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशन यूनिट (IFSO) को विवादित बुल्ली बाई एप (Bulli Bai App)  मामले में बड़ी कामयाबी मिली है. IFSO ने आज गुरुवार को असम से इसके मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार कर लिया है, जिसे अब दिल्ली लाया जा रहा है. आईएफएसओ दिल्ली के डिप्टी पुलिस कमिश्नर कीपीएस मल्होत्रा ने बताया कि नीरज बिश्नोई (Neeraj Bishnoi) को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की आईएफएसओ टीम ने असम से गिरफ्तार कर लिया है

बिश्नोई इस पूरे प्रकरण का मुख्य साजिशकर्ता है और उसने ही GitHub पर बुल्ली बाई एप बनाया. वही इस एप का प्रमुख अकाउंट होल्डर है. बिश्नोई को अब दिल्ली लाया जा रहा है. ऑपरेशंस यूनिट ने बताया कि बीस वर्षीय नीरज बिश्नोई असम में जोरहाट स्थित दिगंबर का निवासी है. वो वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, भोपाल में बीटेक का छात्र है. बुल्ली बाई केस बीते बुधवार को ही आईएफएसओ को ट्रांसफर किया गया.

पिछले कुछ दिनों में देशभर के विभिन्न थानों में बुल्ली बाई मोबाइल एप्लिकेशन के खिलाफ शिकायतें की गईं. आरोप है कि विवादित एप पर ‘नीलामी’ के लिए मुस्लिम महिलाओं की लिस्टिंग की गई. बिना अनुमति के उनकी तस्वीरें भी अपलोड की गईं और उनसे छेड़छाड़ की गई. ऐसा एक साल से भी कम समय दूसरी बार हुआ है. ये ऐप सुल्ली डील (Sulli Deals) का क्लोन लगती है, जिसने पिछले साल कुछ इसी तरह महिलाओं को निशाना बनाया था.

बुल्ली बाई प्रकरण में इससे पहले उत्तराखंड से एक लड़की को गिरफ्तार किया गया, जो बेंगलुरु में इंजीनियरिंग की छात्रा है. बीते बुधवार को मुंबई पुलिस ने बताया कि इसी केस में उसके एक दोस्त को भी गिरफ्तार किया गया है. मुंबई पुलिस कमिश्नर हेमंत नागराले के मुताबिक बुल्ली बाई एप केस में तीन गिरफ्तारियां हुई हैं. तीसरा आरोपी लड़की का दोस्त है. इसके अलावा अन्य आरोपी को विशाल कुमार को दस जनवरी तक पुलिस कस्टडी में भेजा गया है.

उन्होंने कहा कि मुंबई पुलिस की अब तक की जांच से पता चला है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ना केवल बुल्ली बाई, बल्कि कई अन्य हैंडल का भी इस्तेमाल किया गया था, जिसका मकसद सिख और मुस्लिम समुदायों के बीच दरार पैदा करना था. छह महीने पहले, ओपन-सोर्स सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म गिटहब का उपयोग करके सुल्ली बाई एप बनाया गया था, जिस पर मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें पोस्ट की गई थीं, और इसी तरह की कार्यप्रणाली को बुल्ली बाई एप के साथ जोड़ा गया था.

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