अलीगढ़ में किशोरी से छेड़छाड़ पर कार्रवाई न होने घर छोड़कर चला गया परिवार
क्षेत्र के एक गांव में छेड़छाड़ का शिकार हुई अनुसूचित जाति की किशोरी का बुधवार सुबह बयान लेने आए दरोगा जितेंद्र सिंह को नाराज परिजनों ने वापस लौटा दिया। दोपहर में पीड़ित परिवार ने किशोरी के साथ एसएसपी कार्यालय पहुंचकर कार्रवाई की मांग की। साथ ही थाना पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। वहीं, मंगलवार रात गांव पहुंचे सीओ अतरौली विशाल चौधरी ने परिजनों को समझाकर घरों पर लिखे मकान बिकाऊ है पर कालिख पुतवा दी। पीड़ित परिवार किशोरी के पिता की पिटाई के मामले में कार्रवाई न होने और विपक्षियों के मुकदमे में पिता की नामजदगी से नाराज है।
किशोरी की मां ने एसएसपी को दिए प्रार्थना पत्र में बताया है कि समुदाय विशेष के कुछ युवक उनके मोहल्ले में आकर सिगरेट पीते हैं। मोहल्ले की लड़कियों और महिलाओं को घूरते हैं। अश्लील बात कर गाली गलौज करते हैं। नजरअंदाज करने पर सीटी बजाकर कंकड़ मारते हैं। ऐसी हरकतों से मोहल्ले की लड़कियां और महिलाएं घरों में कैद रहती हैं। महिला का आरोप है कि कई बार थाने में जाकर शिकायत की, लेकिन कह दिया जाता है कि घटना तो होने दो, तब देखेंगे। घटना वाले दिन रात साढ़े आठ बजे थाने में तहरीर दी, रात नौ बजे घायल पति का मेडिकल परीक्षण कराया। उसके बाद पुलिस ने जांच पड़ताल करने की कहकर उन्हें टरका दिया। महिला ने बताया कि रात के डेढ़ बजे पड़ोसी युवक की तहरीर पर पुलिस ने मामूली धाराओं में आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया, जबकि पड़ोसी का इस मामले से कोई लेना देना नहीं था। उसके 15 मिनट बाद ही विपक्षियों की ओर से भी मुकदमा दर्ज कराया गया, जिसमें उसके पति को नामजद कर लिया। जबकि विपक्षियों के कोई चोट नहीं आई, न मेडिकल परीक्षण हुआ। पड़ोसी युवक की ओर से दर्ज कराए मुकदमे में बेटी के साथ हुई घटना और पति के साथ हुई मारपीट का जिक्र भी नहीं है। पीड़ित परिवार के एसएसपी कार्यालय से लौटने पर थाना पुलिस ने परिवार को मानने की कोशिश की, लेकिन परिवार मुकदमा दर्ज कराने की जिद पर अड़ा रहा।
यह है मामला
रविवार रात थाना क्षेत्र के मिश्रित आबादी वाले गांव में मारपीट की घटना हुई थी, जिसमें अनुसूचित जाति के घायल व्यक्ति ने गैर समुदाय के आरोपियों पर अपनी बेटी के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। इस मामले में उनकी तहरीर पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ। दूसरी ओर विपक्षियों की तहरीर पर पीड़िता के घायल पिता के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। इससे आहत पीड़ित परिवार ने मंगलवार को पलायन की घोषणा कर घर पर ‘यह मकान बिकाऊ है’ लिख दिया था।