राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने भाजपा के सबसे वरिष्ठ विधायक बंशीधर भगत को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है। प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ लेने के बाद भगत सभी नव निर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाएंगे। इसके साथ ही उत्तराखंड की नई विधानसभा का गठन हो जाएगा।
उत्तराखंड की पांचवीं विधानसभा के लिए विगत 14 फरवरी को चुनाव हुए थे। दस मार्च को चुनाव नतीजे आने के बाद भाजपा ने बहुमत का आंकड़ा पाया और सरकार बनाने की तैयारियों में जुट गई। होली के बाद नई सरकार के गठन को लेकर चर्चा है। भाजपा की सत्ता में जोरदार वापसी के बाद जहां मुख्यमंत्री पद को लेकर अटकलों का दौर जारी है तो वहीं नई कैबिनेट में शामिल होने वाले चेहरों को लेकर भी चर्चा का दौर शुरू हो गया है।
बिशन सिंह चुफाल को विधानसभा अध्यक्ष बनाए जाने की भी थी चर्चा
नई सरकार में कौन मंत्री बनेगा और किसको सौंपी जाएगी विधानसभा अध्यक्ष की कमान, राजनीतिक हलकों समेत आमजन के बीच इसकी खासी चर्चा है। नई कैबिनेट में पुराने चेहरों से इतर नए नामों की सूची लंबी होती जा रही है। अटकलें हैं कि छह बार के विधायक (एक बार यूपी में) वरिष्ठ नेता बिशन सिंह चुफाल को विधानसभा अध्यक्ष बनाए जाने की भी चर्चा थी।
वहीं, अब तक विस अध्यक्ष के पद पर रहे प्रेमचंद अग्रवाल को नई कैबिनेट में स्थान दिया सकता है। मुख्यमंत्री की दौड़ में शामिल बताए जा रहे सतपाल महाराज और डॉ. धन सिंह रावत के हाथ कुर्सी नहीं लगी तो मंत्री बनना तो तय माना जा रहा है। पूर्व कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, रेखा आर्य, अरविंद पांडेय का दावा भी पुख्ता लग रहा है।
नए चेहरों के तौर पर महिला कोटे से ऋतु खंडूड़ी की एंट्री हो सकती है तो गढ़वाल से वरिष्ठ विधायक मुन्ना सिंह चौहान, प्रीतम पंवार भी लाइन में हैं। दलित कोटे से खजानदास और चंदनराम दास का भी नंबर लग सकता है। इस हिसाब से पुरानी कैबिनेट में शामिल रहे कुछ मंत्रियों का पत्ता कट सकता है।