ठेले की जगह से अमित का घर सिर्फ 200 मीटर की दूरी पर है। अचानक बिजली गुल हो गई और अमित ने अपने बेटे चिराग को चार्जिंग वाला बल्ब लेने के लिए घर भेजा जब वह लौटा तो हमलावर वारदात कर फरार हो चुके थे। चिराग जब बल्ब लेकर लौटा तो वहां अमित लहूलुहान हालत में पड़ा था।
बताया गया कि घर से बल्ब लेकर आने में चिराग को करीब 15 मिनट लगे होंगे। ऐसे में हमलावर ने 15 मिनट में ही वारदात कर दी। बताया जा रहा है कि अमित कश्यप मूल रूप से पीलीभीत निवासी था। उसके पिता कत्था फैक्टरी के पीछे गोशाला में काम करते थे। गोशाला बंद होने के बाद दिवाली के समय उन्होंने कत्था फैक्टरी के पास ठेला लगाना शुरू किया।
एसपी सिटी, सीओ ने किया घटनास्थल का मुआयना
सूचना पर एसपी सिटी हरबंस सिंह सुशीला तिवारी अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने घायल को देखा। इसके बाद वे सीओ सिटी भूपेंद्र सिंह धौनी, कोतवाल हरेंद्र चौधरी और टीपीनगर चौकी प्रभारी सुशील जोशी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने लोगों से पूछताछ की। धारदार हथियार की तलाश की। घटनास्थल से खून के सैंपल लिए।
कहीं पुरानी रंजिश तो नहीं
अमित पर हमलावर ने चार वार किए हैं। पुलिस के अनुसार, हमलावर ने सबसे पहले सिर पर वार किया होगा। उसके बाद धारदार हथियार से तीन जगह वार किया होगा। अगर खाने को लेकर किसी बात पर लड़ाई हुई होती तो वहां पर हंगामा होता और आसपास के लोगों को पता चल जाता। खाने को लेकर लड़ाई हुई भी होती तो हमलावर के पास धारदार हथियार नहीं होता। वह हाथापाई ही करता।