वकील की चतुराई से आरोपी को बनाया गया शिकार
नई दिल्ली। 500 करोड़ के घोटाले की मुख्य आरोपी चारू गुप्ता को करीब 50,000 लोगों से ठगी करने के आरोप में पुलिस हिरासत में भेजा गया है। उसके साथ उसके बेटे यश गुप्ता और पति योगेश गुप्ता के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। उसे उसके कार्यालय/परिसर से गिरफ्तार किया गया, जबकि उसके पति योगेश गुप्ता और बेटा यश गुप्ता कार्यालय परिसर से फरार हो गए थे। पुलिस हिरासत देने के आवेदन पर बहस में चारू गुप्ता की ओर से पेश हुए अधिवक्ता सिद्धार्थ जोशी ने तर्क दिया कि शिकायतकर्ता के खिलाफ सुश्री चारू गुप्ता की संपत्ति में जबरन घुसने और भीड़ द्वारा हंगामा करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए। सिद्धार्थ जोशी अधिवक्ता ने यह भी तर्क दिया कि सुश्री चारू गुप्ता खुद पीड़ित हैं और उन्होंने ही पुलिस को बुलाया था।
सिद्धार्थ जोशी अधिवक्ता की मजबूत दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। 156(3) सीआरपीसी के आधार पर शिकायतकर्ताओं के खिलाफ बिना कोई औपचारिक आवेदन दायर किए ही सुश्री चारु गुप्ता को पीसी रिमांड प्रदान कर दिया गया।